पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि देश में कुछ आतंकवादी हमलों में भारत का हाथ है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने विदेश मंत्रालय में सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा, ”हमारे पास ऐसे तथ्य हैं, जिन्हें झुठलाया नहीं जा सकता। हम इन्हें डोजियर के जरिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने रखेंगे।”
कुरैशी ने दावा किया कि पाकिस्तान डोजियर के जरिए जमात-उल-अहरार, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, बलोच लिबरेशन आर्मी, बलोच लिबरेशन फ्रंट और बलोच रिपब्लिकन आर्मी समेत संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित संगठनों और भारत की खुफिया एजेंसियों के बीच कथित ”बढ़ती साठगांठ” को उजागर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डोजियर में 60 अरब अमेरिकी डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना को नुकसान पहुंचाने की भारत की कथित कोशिशों के सबूत भी शामिल होंगे।
वहीं भारत ने भी पाकिस्तान के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब कर संघर्ष विराम उल्लंघनों और इस्लामाबाद द्वारा भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ का लगातार समर्थन करने पर विरोध दर्ज कराया। भारत पहले भी पाकिस्तान में हुए आतंकवादी हमलों से उसे जोड़ने पर आपत्ति जताता रहा है।
भारत का कहना है कि इस्लामाबाद अपने घरेलू संकटों से ध्यान हटाने के लिए नई दिल्ली को दोष नहीं दे सकता। भारत ने नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के ‘चार्ज डि अफेयर’ (उप राजदूत) को तलब कर नियंत्रण रेखा पर कई सेक्टरों में पाकिस्तानी बलों द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर कड़ी आपत्ति जताई।