भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अधयक्ष चौधरी नरेश टिकैत कहा है कि किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और जिसे ग़ाज़ीपुर बॉर्डर जाना है,वह कल जा सकता है। टिकैत आज यहां राजकीय इंटर कॉलेज मैदान पर आयोजित किसान महापंचायत को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि किसानों का आन्दोलन की मांगे पूरी होने तह जारी रहेग। दिल्ली की घटना से किसान के सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि समय समय पर सभी लोगों ने आपसी मतभेद भुलाकर एकजुटता का परिचय दिया है। जयन्त चौधरी के साथ हुए हाथरस व 2002 की विशाल जनसभा आदि इसके उदाहरण है।
किसान नेता ने कहा कि हमें भाजपा विधायक नंदकिशोर के व्यवहार का बुरा नहीं मानना चाहिए। आज उन्ही की वजह इस आंदोलन को संजीवनी मिली है। भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत के आह्वान पर आयोजित इस किसान महापंचायत में पूरा विपक्ष एकजुट होकर शामिल हुआ।
विपक्ष के सभी बड़े नेता अपने समर्थकों के साथ महापंचायत में पहुंचे। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद जयन्त चौधरी ने किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह संकट की घड़ी है और इस घड़ी में हम सबको एकजुटता का परिचय देना होगा।
उन्होंने कहा कि यहां मौजूद आप सभी बुजुर्ग अच्छी तरह से जानते है कि चौ. चरण सिंह गरीब व किसानों के नेता थे तथा वो हमेशा गरीब किसान के हितों की बात करते थे। उन्होंने कहा कि यदि किसान मायूस होगा तो देश तबाह हो जायेगा। रालोद नेता जयन्त चौधरी ने कहा कि आप सबको मालूम है कि जब वे हाथरस प्रकरण पर पीड़ित पक्ष से मिलने व उसे न्याय दिलाने की मंशा से वहां पहुंचे तो उन पर लाठियां फटकारी गयी। यह हम सबके अस्तित्व की लड़ई है। यह लड़ई अभी लम्बी लड़ जानी है।