उप्र में कोरोना के संबंध में हज़ारों FIR हो रही हैं जिससे ऐसा लगने लगा है कि ये कोई चिकित्सीय नहीं बल्कि कोई ‘आपराधिक समस्या’ है. क्वारेंटाइन सेंटर्स की बदहाली व उनके प्रति भाजपा सरकार की भेदभावपूर्ण नीति की वजह से लोग यहाँ जाने से डर रहे हैं.
भाजपाई अपना संकीर्ण चश्मा बदलें!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 21, 2020
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि “यूपी में कोरोना के संबंध में हजारों एफआईआर हो रही हैं, जिससे ऐसा लगने लगा है कि ये कोई चिकित्सीय नहीं बल्कि कोई ‘आपराधिक समस्या’ है। एकांतवास केंद्र की बदहाली व उनके प्रति भाजपा सरकार की भेदभावपूर्ण नीति की वजह से लोग यहां जाने से डर रहे हैं। भाजपाई अपना संकीर्ण चश्मा बदलें।”
सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी है अपने घायल पिता को लेकर सैकड़ों मील के सफ़र पर… दिल्ली से दरभंगा. आज देश की हर नारी और हम सब उसके साथ हैं.
हम उसके साहस का अभिनंदन करते हुए उस तक 1 लाख रु. की मदद पहुँचाएंगे. pic.twitter.com/amO502S6dj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 21, 2020
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में एक तस्वीर भी साझा की जिसमें एक लड़की अपने पिता को साइकिल में बैठाकर लेकर जाती दिख रही है। यह तस्वीर साझा करते हुए अखिलेश ने कहा कि “सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी है, अपने घायल पिता को लेकर, सैकड़ों मील के सफर पर, दिल्ली से दरभंगा। आज देश की हर नारी और हम सब उसके साथ हैं। हम उसके साहस का अभिनंदन करते हुए उस तक एक लाख रुपये की मदद पहुंचाएंगे।”