मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में जांच से बचने के प्रयासों में फरार चल रही बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा ने बेगूसराय की एक अदालत में मंगलवार को आत्मसमर्पण कर दिया। बालिका गृह कांड मामले की जांच के लिए वर्मा के खिलाफ शस्त्र कानून में मामला दर्ज है। वर्मा एक ऑटोरिक्शा में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रभात त्रिवेदी की अदालत में आयीं।
कुछ सहयोगियों के साथ आयीं वर्मा अदालत परिसर में प्रवेश करते ही बेहोश हो गईं। आस-पास के लोगों ने जब मंजू वर्मा के मुंह पर पानी के छींटे मारे तब उन्हें होश आया। बाद में उन्हें अदालत कक्ष में ले जाया गया। उच्चतम न्यायालय ने वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर 12 नवंबर को बिहार पुलिस को डांट लगाई थी।
न्यायालय ने वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने की सूरत में बिहार के पुलिस महानिदेशक को 27 नवंबर को अपने समक्ष उपस्थित होने को कहा था। वर्मा ने अपने पति चन्द्रशेखर वर्मा और मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के बीच संबंधों की बात बाहर आने के बाद मंजू वर्मा ने अगस्त में प्रदेश की सामाजिक कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
बालिका गृह में 30 से ज्यादा बच्चियों का यौन शोषण हुआ था। सीबीआई की छापेमारी के दौरान वर्मा के आवास से भारी मात्रा में हथियार मिलने के बाद उनके खिलाफ शस्त्र कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था।