JNU में आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद होते रहते हैं। जहां JNU में पहली बार महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया बताते इस दौरान किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं हुआ और इस रुद्राभिषेक में छात्रों के साथ साथ शिक्षक भी शामिल हुए ।
छात्रों ने पोशाक, माथे पर त्रिपुंड के साथ भगवान शंकर की आराधना की
महाशिवरात्रि को लेकर दिल्ली समेत पूरे देश में एक अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। राजधानी के शिक्षण संस्थानों में भी महाशिवरात्रि पर्व का उल्लास छात्रों और शिक्षकों में भी देखा जा रहा है। दिल्ली के सबसे चर्चित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के संस्कृत संस्थान परिसर में यानी शनिवार को पहली बार महाशिवरात्रि पर्व पर पूजन और रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में छात्र और शिक्षक शामिल हुए। इस दौरान छात्रों ने पारंपरिक पोशाक, माथे पर त्रिपुंड, फल, फूल माला के साथ भगवान शंकर की आराधना करते हुए उनका रुद्राभिषेक किया और इसके बाद प्रसाद का भी वितरण किया गया।
JNU में पहली बार महाशिवरात्रि पर्व पर पूजन और रुद्राभिषेक किया गया
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के संस्कृत संस्थान परिसर में महाशिवरात्रि पर्व पर पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए छात्र शुभम शर्मा ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बताया कि आज पहली बार जेएनयू के इस संस्कृत संस्थान परिसर में महाशिवरात्रि पर्व पर इस प्रकार विधिवत रुद्राभिषेक और पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें 250 से अधिक संख्या में छात्र और शिक्षक शामिल हुए।
छात्रों ने एक-दूसरे को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दीं
शुभम शर्मा ने बताया कि आज इस आयोजन पर संस्कृत संस्थान परिसर में छात्र पारंपरिक पोशाक, माथे पर त्रिपुंड फल, फूल माला आदि पूजन सामग्री के साथ पहुंचे और घंटों तक भगवान शंकर की आराधना की। परिसर में ऐसा माहौल छात्रों के लिए ऊर्जा से भर देने वाला रहा और निश्चित ही आज का दिन भारतीय पुराण, शास्त्रों के अनुसार काफी महत्वपूर्ण है।
भगवान शिव की घंटों की गई पूजा
शिवलिंग के रुद्राभिषेक के बाद छात्रों ने प्रसाद वितरण करते हुए एक-दूसरे को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं भी दीं। बता दें कि आज पूरे देश में महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। जगह-जगह मंदिरों में पूजा-अर्चन किया जा रहा है और भगवान शिव का अभिषेक किया जा रहा है।