2012 में जब पाकिस्तानी क्रिकेट टीम आखरी बार भारत दौरे पर आई थी तब उनकी पत्नियों को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनका जासूस बना कर उनके साथ भारत भेजा था। ये दावा हम नहीं कर रहे, बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जका अशरफ ने ये बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि 2012 की द्विपक्षीय सीरीज के दौरान उन्हें पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर भारत में कुछ गड़बड़ करने का शक था। इसलिए उन्होंने हर खिलाड़ी के साथ उसकी पत्नी के जाने का बंदोबस्त किया था।
आपको बता दें पहले भी पाकिस्तान के भारत दौरे पर आने के दौरान शोएब अख्तर समेत कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों की तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थे। ऐसे में अशरफ को डर था कि कहीं भारतीय मीडिया के हाथ फिरसे कुछ लग गया तो इससे PCB और पाकिस्तान की इमेज खराब हो सकती है। इसलिए अशरफ ने तय किया कि खिलाड़ियों की हरकतों पर नजर रखने के लिए उनकी पत्नियां साथ रहेंगी।
अशरफ ने कहा है कि जब भी पाकिस्तान की टीम इंडिया के दौरे पर आती थी तो भारतीय मीडिया हमारे खिलाड़ियों की छवि खराब करने की कोशिशों में रहता था। इससे पूरा पाकिस्तान बदनाम हो सकता था। ऐसे में किसी भी बदनामी के खतरे से बचने के लिए पत्नियों को जासूस बनाकर भेजा गया। आपको बता दें 2012-13 में पाकिस्तानी टीम 3 एकदिवसीय और दो टी-20 मैच खेलने भारत आई थी। लेकिन पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों के कारण उस दौरे के बाद भारत का पाकिस्तान दौरा नहीं हो पाया था और तब से ही दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध फिर से बहाल नहीं हो सके।