कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों चुनावी अभियान में व्यस्त है, ऐसे में वह आज तमिलनाडु के चुनावी दौरे पर गए हुए हैं। जहां पर उन्होंने चेन्नई में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। कांग्रेस नेता राहुल ने भाजपा और अन्नाद्रमुक पर जमकर निशाना साधा और कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री जब मोदी-शाह के पैर छूते हैं, उनके सामने झुकते हैं, तो उन्हें देखकर बुरा लगता है। उन्होंने कहा कि जब मैं यह देखता हूं कि तमिलनाडु के सीएम को पीएम कंट्रोल कर रहे हैं और सीएम चुपचाप उनके पैर छू रहे तो मैं यह स्वीकार करने को तैयार नहीं हूं।
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैंने एक तस्वीर देखी कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि अमित शाह के पैर छू रहा है। इस तरह का रिश्ता बीजेपी में ही संभव है, जहां आपको बीजेपी नेताओं के पैर छूने पड़ते हैं, जहां नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सामने झूकना पड़ता है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘जब मैं प्रधानमंत्री को तमिलनाडु के सीएम को कंट्रोल करते हुए देखता हूं, सीएम को चुपचाप उनके पैर छूते देखता हूं, तो मैं इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हूं। तमिलनाडु के सीएम अमित शाह के सामने झुकना नहीं चाहते हैं, लेकिन उन्होंने जो भ्रष्टाचार किया है, उसकी वजह से वह मजबूर हैं।’
राहुल गांधी ने चेन्नई में कांग्रेस उम्मीदवार हसन हारून के समर्थन में आयोजित जनसभा में यह बात कही। हसन हारून वेलाचेरी विधानसभा क्षेत्र से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने बिना नाम लिए बीजेपी में शामिल एक कांग्रेस नेता की भी कहानी सुनाई। राहुल गांधी ने कहा कि कुछ समय पहले एक कांग्रेस नेता ने बीजेपी ज्वॉइन की।
भाजपा के सीनियर नेताओं ने उस नेता को पार्टी में शामिल कराया। मैंने उस नेता की अमित शाह के साथ मुलाकात की तस्वीर देखी. बीजेपी में शामिल होने वाला वह नेता लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया है, लेकिन सामने सोफा पर बैठे अमित शाह के सामने लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया वो नेता झुका हुआ था।
राहुल गांधी ने कहा कि यह सम्मान का रिश्ता नहीं है. यह रिश्ता असम्मान को दर्शाता है। यह रिश्ता अपमान को दर्शाता है, एक निर्वाचित प्रतिनिधि पावरफुल शख्स के पैर छूता है। यह सब केवल बीजेपी में ही हो सकता है, यह सब सिर्फ वहीं मुमकिन है।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यह देख नहीं सकता कि इतनी बड़ी भाषा और समृद्ध परंपरा वाले तमिलनाडु के सीएम अमित शाह और नरेंद्र मोदी के पैर छुएं। ये तस्वीर देखकर मुझे गुस्सा आया कि एक नेता इन लोगों के सामने झुक रहा है, और यही कारण है कि मैं आज यहां हूं। मैं तमिल लोगों के साथ एक रिश्ता, बराबरी का रिश्ता चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि तमिलनाडु, तमिलनाडु से चले, दिल्ली से नहीं।