हाल ही में उत्तर प्रदेश के आगरा से एक बेहद अजीबो गरीब मामला सामने आया है। यहां पर बिजली विभाग के एक कर्मचारी ने लाइनपार पुलिस स्टेशन की बिजली ही काट डाली। इन्होंने बीते दो दिन पहले दोपहिया वाहन चलाते वक्त हेल्मेट नहीं पहना हुआ था तो पुलिसवालों ने इनका 500 रुपए का चालान काट दिया था। बिजली विभाग का ये लाइनमैन इसी बात से काफी ज्याद गुस्सा हो गया था और बिजली निरीक्षक ने थाने की बिजली ही उड़ा डाली। थाने में बिजली न आने के बाद से तहलका मच गया। वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत करने के बाद करीब 4 घंटे बाद थाने में बिजली आई। इस दौरान थाने में बिल्कुल अंधेरा छाया हुआ था।
बिजली कर्मचारी जिनका नाम श्रीनिवास है उन्होंने बताया कि मैं मोटरसाइकल पर स्थानीय पावर स्टेशन से वापस आ रहा था। सब-इंस्पेक्टर रमेश चंद्र ने मुझे रोका और बिना हेल्मेट पहने वाहन चलने पर मेरा 500 रुपए का चालान काट दिया। मैंने उनकी बता जूनियर इंजिनियर से भी करावाई। जूनियर इंजिनियर ने मुझे छोडऩे को कहा लेकिन पुलिस ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी।
ट्रैफिक नियम बताए पुलिस ने तो..
श्रीनिवास ने कहा कि जब उन लोगों ने उसे छोडऩे का अनुरोध किया तो एसआई और उनके सहयोगियों ने उन्हें ट्रैफिक नियम के बारे में क्लास देनी शुरू कर दी। जिसके बाद श्रीनिवास ने भी पुलिसवालों को भी समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं करने के नियम और जुर्माने के बारे में अच्छे से खड़का दिया।
6.6 लाख रुपए का बकाया बिल है पुलिस स्टेशन का…
श्रीनिवास ने बताया कि पुलिस स्टेशन का 6.6 लाख रुपए का बिल देना बाकी है,इसी वजह से उन्होंने पुलिस स्टेशन की बिजली काट दी। इस पूरे मामले पर पुष्टि करने के बाद पता चला कि इन सभी लाइनपर पुलिस स्टेशन का भारी बिल बकाया है।
यूपी थाना ने 2016 के बाद से नहीं दिया एक भी पैसा…
रणवीर सिंह का कहना है कि लंबित बिलों के लिए एक-दो बार नहीं बल्कि कई बार रिमाइंडर थाने में भेजे गए है। बुधवार के दिन हम लोगों ने लाइनपर पुलिस स्टेशन के खिलाफ लंबित राशि का एक बार फिर से सत्यापन किया और पाया कि बकाया 7 लाख रुपए तक था। हालांकि इन्होंने साल 2016 के बाद से अभी तक एक भी पैसे का भुगतान नहीं किया है।