साल 2017 में 7 राज्यों में विधान सभा चुनाव हुए और देश में मोदी लहर का जलवा बरकरार रहा। भाजपा में इस साल नए कीर्तिमान बनाते हुए 7 में से 6 राज्यों में सरकार बनायीं और कांग्रेस मुक्त भारत अभियान को और मजबूत बनाया। कांग्रेस ने इस साल के पहले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर भाजपा को झटका तो दिया पर उसके बाद उसे लगातार 6 राज्यों में हार का मुंह देखना पड़ा। आईये नजर डालते है कैसा रहा इन राज्यों का परिणाम।
पंजाब : इस राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शिरोमणि अकाली दल और भाजपा को हराते हुए भारी जीत दर्ज की। कांग्रेस ने 117 में से 77 सीटें जीतकर सरकार बनायीं और अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री बने।
गोवा : पंजाब के बाद गोवा में चुनाव हुए लेकिन यहाँ किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। कुल 40 सीटों कांग्रेस ने 17 सीट जीती और भाजपा ने 13 सीटें , बाकी 10 अन्य के कहते में गयी पर भाजपा यहाँ गठबंधन में सरकार बनाने में सफल हुई। मनोहर परिकर एक बार फिर गोवा के सीएम बने।
उत्तराखंड : यहाँ भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस को सत्ता से बहार कर दिया और कुल ७० में ५७ सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बने।
उत्तरप्रदेश : देश के सबसे बड़े राज्य में भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी और सत्ताधारी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को करारी शिकस्त दी। कुल 403 में से 312 सीटें जीकर भाजपा ने उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड बनाया। भाजपा ने इस राज्य में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया।
मणिपुर : मणिपुर राज्य में भी नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे ,कांटे की टक्कर जरूर हुई पर भाजपा 60 में से 31 सीटें जीतकर सरकार बना गयी। पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा का बढ़ता प्रभाव अब दिखने लगा है। नोंग्थोबन वीरेंदर सिंह मणिपुर के नए सीएम बने।
गुजरात : भाजपा और कांग्रेस के बीच गुजरात चुनाव में कड़ी टक्कर हुई और भाजपा लगातार छठी बार सरकार बनाने में कामयाब तो हो गयी पर सीटों का आंकड़ा सिर्फ 99 ही जा पाया। कांग्रेस में कुल 182 में से 77 सीटें जीतकर कड़ी चुनौती पेश की। विजय रुपानी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद संभाला।
हिमाचल प्रदेश : इस बार हिमाचल विधानसभा चुनाव में भी कमल का जलवा जारी रहा और कुल सीटों में से 44 सीटें जीतकर भाजपा ने इस राज्य से भी कांग्रेस को सत्ता से बहार कर दिया। जय राम ठाकुर हिमाचल के नए मुख्यमंत्री बने।
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