अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों संपन्न हो चुका है। शिलान्यास पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी ने भड़काऊ बयान दिया है। मौलाना ने कहा कि मस्जिद बनाने के लिए मंदिर को तोड़ा जा सकता है।
मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि इस्लाम कहता है कि एक मस्जिद हमेशा एक मस्जिद होगी। इसे कुछ और बनाने के लिए नहीं तोड़ा जा सकता है। हम मानते हैं कि वहां एक मस्जिद थी और हमेशा एक मस्जिद होगी। मंदिर को गिराने के बाद मस्जिद का निर्माण नहीं किया गया था, लेकिन अब मस्जिद बनाने के लिए मंदिर को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
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इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भूमि पूजन के दिन को लोकतंत्र के लिए कला दिन करार दिया था। इसके अलावा उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। उन्होंने बुधवार सुबह ट्वीट किया, ‘बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी, इशांअल्लाह।’
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की अनुमति देना सुप्रीम कोर्ट का नवंबर 2019 का फैसला ‘अन्यायपूर्ण और अनुचित’ था। बयान में आगे कहा गया, “बाबरी मस्जिद थी और हमेशा मस्जिद रहेगी। हागिया सोफिया हमारे लिए एक महान उदाहरण है। एक अन्यायपूर्ण, दमनकारी, शर्मनाक और बहुसंख्यक तुष्टिकरण फैसले द्वारा भूमि का रद्दीकरण इसकी स्थिति को बदला नहीं जा सकता है। दिल तोड़ने की जरूरत नहीं है। परिस्थिति हमेशा एक सी नहीं रहती है। यह राजनीति है।”