हैदराबाद : राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने हवाईअड्डे पर यात्रियों के प्रवेश के लिये परीक्षण आधार पर चेहरा पहचान (एफआर) प्रणाली शुरू की है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस व्यवस्था से कागज रहित यात्रा का रास्ता साफ होगा और हवाईअड्डों पर प्रवेश के लिये विभिन्न केंद्रों पर पहचान पत्रों की जांच की जरूरत नहीं होगी। सूत्रों ने कहा कि यह परीक्षण केंद्र के डिजि यात्रा कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया है।
यह कार्यक्रम एक जुलाई से शुरू हुआ है और 31 जुलाई तक चलेगा। अबतक 180 से अधिक यात्रियों ने हवाईअड्डे पर इस परीक्षण को लेकर स्वैच्छिक रूप से पंजीकरण कराया है। हवाईअड्डे ने अलग से ‘डोमेस्टिक डिपार्चर गेट’ संख्या 1 के पास एफआर पंजीकरण काउंटर स्थापित किये हैं। उन लोगों के लिये पंजीकरण सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक उपलब्ध है जो एक नया डिजिटल अनुभव चाहते हैं। यह पूरी तरह स्वैच्छिक है।
सूत्रों के अनुसार पहले दिन एक जुलाई को स्वैच्छिक रूप से 180 यात्रियों ने डिजि यात्रा के लिये स्वेच्छा से इसके लिये पंजीकरण कराया। डिजि यात्रा कार्यक्रम हवाईअड्डों पर यात्रियों के डिजिटल पंजीकरण से जुड़ा है। इससे पहले जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार डिजि यात्रा से कागज रहित यात्रा होगी और विभिन्न केंद्रों पर पहचान पत्रों की जांच की जरूरत नहीं होगी।