देश को चरमपंथ की आग में झोंकने का मंसूबे रखने वाला पीएफआई अब जांच एजेंसियों की रडार पर आ गया हैं। बिहार के फुलवारी शरीफ में एनआईए ने पीएफआई कार्यकर्ताओं के यूएपीए के तहत केस दर्ज कर लिया हैं। अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय के काउंटर टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन डिवीजन की ओर से जारी आदेश के बाद भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है।
बिहार में पीएफआई के आंतकवाद मॉडयूल का हुआ था खुलासा
बिहार के सीमाचंल में पीएफआई आतंकवाद का जाल बुन रहा था। जिसको सुरक्षा एजेंसियों व बिहार पुलिस की सतर्कता के चलते भंडाफोड़ किया गया। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनके PFI से संबंध थे। साथ ही भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की उनकी योजना थी।
पीएफआई कार्यकर्ता बनकर आतंकवाद का प्रसार कर रहा रिटायर्ड पुलिस अफसर
गत दिनों पहले बिहार पुलिस ने पीएफआई के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था। जिनमें एक बिहार पुलिस का पूर्व अफसर भी था , जो चरमपंथ की आग को देश में फैलाने का प्रयास कर रहा था, इन लोगों के पास से एक खुफिया देश विरोधी दस्तावेज मिला था, जिसमें गजवा -ए- हिंद के नाम से हिंदुस्तान इस्लामिक राष्ट्र में बदलने को मंसूबों के लिखा गया था। पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज को 13 जुलाई को पटना के फुलवारी शरीफ इलाके से गिरफ्तार किया गया था, जबकि नूरुद्दीन जंगी को तीन दिन बाद उत्तर प्रदेश के आतंकवाद-रोधी दस्ते ने लखनऊ से अरेस्ट किया था।
बिहार में पुलिस अफसर के बाद संदिग्ध रूप से टीचर गिरफ्तार
एनआईए ने बुधवार को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित जामिया मारिया निस्वा मदरसा में तलाशी ली और असगर अली नाम के टीचर को गिरफ्तार किया। फुलवारी शरीफ मामले में बिहार पुलिस अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बिहार पुलिस की ओर से फुलवारी शरीफ में की गई छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं।
आपको बता दे की पीएफआई देश के दंगों में शामिल रहा हैं। पिछले कुछ दिनों पहले पीएफआई राजस्थान व मध्यप्रदेश की हिंसा में पीएफआई कार्यकर्ताओं का नाम खुलकर सामने आया था। पीएफआई आतंकवादी प्रतिबंधित सिमी का ही दुसरा स्वरूप हैं। जो देश को इस्लामिक राष्ट्र में बदलने का मंसूबा अख्तियार किए हुए हैं। तेलंगाना के निजामाबाद व बिहार में पीएफआई ने चरमपंथी नौजवानों के ब्रेववॉश करके हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी थी।