पटना: लोजपा-(रा.) के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा एवं युवा लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ की समस्या के प्रति सरकार गम्भीर नही है। बिहार में बाढ़ की समस्या अंतरास्ट्रीय मुद्दा है। प्रत्येक वर्ष बाढ़ और सुखाड़ की त्रासदी से बिहार के 32 जिला के 7 करोड़ लोग प्रभावित होते है। अरबों रुपये सरकार राहत और बचाव के नाम पर खर्च करती है।
प्रत्येक वर्ष 5 सौ से एक हजार लोंगो की जान चली जाती है। सैकड़ों मवेशी बाढ़ में बह जाता है। अनेकों तटबंध, सड़क, पुल-पुलिया और गांव बाढ़ के कटाव में टूट जाता है।आगे इन नेताओं ने कहा कि सरकार पहले से बाढ़ और सुखाड़ की समस्या का स्थाई हल नही ढूढ़ती है।
उन्होंने कहा कि सरकार की हालत आग लगने पर कुआं खोदने जैसा है। बाढ़ और सुखाड़ से स्थाई निदान के लिए लोक जनशक्ति पार्टी-(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद चिराग पासवान ने नदियों को नदी से जोड़ने, नदियों के तल की सफाई कराकर तल की गहराई कराने, बाढ़ ग्रस्त इलाके से कैनाल बनाकर सुखाड़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजकर जल संचय कराने, प्रकृतिक संतुलन के लिए जंगल और पहाड़ को संरक्षित कर राज्यभर में 10 करोड़ वृक्षा रोपण कराने के लिए राज्य सरकार को अनेकों बार पत्र लिखा परन्तु सरकार ने कुछ नही किया।
सिर्फ भाषण देती है सरकार भाषण से कुछ नही होता है। यदि सरकार सचमुच में बाढ़ और सुखाड़ से निजात पाना चाहती है तो चिराग पासवान के सुझावों पर मूल रूप में अमल करें। अन्त में इन नेताओं ने कहा कि लोजपा-(रा.) का किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व में 15 जून को पटना में बाढ़ और सुखाड़ के सवाल पर और किसानों की समस्या पर विशाल धरना देकर राज्यव्यापी आन्दोलन की शुरुआत करेंगी।
उक्त आशय की जानकारी युवा लोजपा-(रा.) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने दी।