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कोसी और सीमांचल के अधिकारों के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे : पप्पू यादव

हमने इस मुद्दे को रंजीत रंजन के साथ मिलकर लोकसभा में भी उठाया। इसलिए आज अपराधियों को चिन्हित कर शूट एंड साइट करने की जरूर है।

मधेपुरा : जन अधिकार पार्टी (लो) के द्वारा मधेपुरा स्टेडियम, मधेपुरा में कोसी और सीमांचल के अधिकारों की लड़ाई के लिए आयोजित संकल्प और आजादी कार्यकर्ता सम्मेलन में लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ी को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वे कोसी और सीमांचल के अधिकारों के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे। कोसी और सीमांचल की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं होगी। बता दें कि इससे पहले जाप (लो) के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पप्पू यादव के आगमन पर बड़ी संख्या में युवाओं ने मोटर साइकिल जुलूस भी निकाला।

पप्पू यादव ने सभा में एम्स के मुद्दे को उठाते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब सहरसा में एम्स की प्रस्तावित था, तो क्यों इसे यहां से हटाया गया। जबकि कोसी और सीमांचल में मेडिकल व्यवस्था के नाम पर बदहाली का मार झेल रहा है अस्पताल है। मगर राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने हमेशा की तरह एक बार फिर से कोसी और सीमांचल के साथ सौतेला व्यवहार किया और एम्स का स्थानांतरण कर दिया। उन्होंने बिहार में लॉ एंड ऑर्डर के सवाल पर कहा कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है।

अपराधी-माफिया के इशारे पर सरकार चल रही है। नीतीश कुमार की सरकार ने अपराधियों के सामने घुटने टेक दिए हैं। यही वजह है कि आज अपराधी सीएम हाउस में बैठकर धमकी देते हैं। हर रोज बिहार में चार दर्जन हत्याएं हो रही हैं। कल रात हम बिहार शरीफ में थे, जहां मॉब लिंचिंग में लोगों की हत्या कर दी गई थी। वो भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में। उन्होंने कहा कि बिहार में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। इसका उदाहरण मुजफ्फरपुर शेल्टर होम, पटना आसरा होम और सुपौल में कस्तूरबा छात्रावास उदाहरण हैं। हमने इस मुद्दे को रंजीत रंजन के साथ मिलकर लोकसभा में भी उठाया। इसलिए आज अपराधियों को चिन्हित कर शूट एंड साइट करने की जरूर है।

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