एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री मे अक्सर एक्टर्स को उनके टैलेंट्स से ज़्यादा उनके लुक्स के लिए जज किया जाता है। खासकर जब बात एक्ट्रेस की आती है तो कुछ ब्यूटी स्टैंडर्ड्स सेट कर दिए जाते है। जिनमे अगर कोई फिट नहीं होता तो वो इंडस्ट्री की भीड़ मे गुम हो जाता है और उसे काम मिल पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही एक किस्सा अब टीवी एक्ट्रेस शफक नाज़ ने हाल ही मे शेयर किया है।
एक्ट्रेस की माने तो वो भी इन ब्यूटी स्टैंडर्ड्स के चलते क बार काम से हाथ धो चुकी है। दरअसल, समाज में महिलाओं की सुंदरता का मतलब उनके शरीर और गोरेपन से होता है। अगर एक महिला स्लिम-ट्रिम है या वह गोरी है, तो समाज की नजरों में वह बहुत खूबसूरत है, दूसरी ओर जो मोटे हैं और जिनका रंग सांवला है, उन्हें तरह-तरह के ज्ञान दिए जाते हैं।
आज हम जब एंटरनटेनमेंट इंडस्ट्री को देखते हैं, तो कई सितारे हैं, जो बयां कर चुके हैं कि उन्हें मोटापे और सांवलेपन की वजह से कितना कुछ सहना पड़ा है और अब टीवी की एक और एक्ट्रेस ने अपने कड़वे अनुभव को सबके सामने रख दिया।
‘गुम है किसी के प्यार में’ में श्रुति का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस शफक नाज़ उन एक्ट्रेसेस में से एक हैं, जिन्होंने अपने सांवलेपन और मोटापे की वजह कड़वे अनुभव का सामना किया है। शफक ने कहा, ‘एक बार मैं एक ऑडिशन देने गई थी, जहां उन्होंने मुझे स्पष्ट रूप से कहा था कि, वे मुझे कास्ट नहीं कर सकते हैं, क्योंकि मैंने कुछ वजन बढ़ाया था। मैं यह जानकर चौंक गई, मैं कल्पना नहीं कर सकती कि, बाकी लड़कियां जो गोल-मटोल या भारी होती हैं, वह हर रोज ये कैसे सहती हैं। कुछ समय पहले मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके कारण मेरा वजन बढ़ गया था।’
शफक नाज ने ये भी कहा कि, कैसे ये ब्यूटी स्टैंडर्ड्स लोगों के प्रभावित करते हैं। एक्ट्रेस ने कहा, ‘मुझे लगता है कि, एक कलाकार किसी भी उम्र या आकार का हो सकता है, लेकिन अगर वह एक अच्छा कलाकार है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं अपनी त्वचा में सहज हूं, लेकिन हाल ही में जब में ये सब देखती हूं, तो मेरे दिमाग में ये सब चलता रहता है। हमें शोबिज में सेट इन नकली ब्यूटी स्टैंडर्ड्स को खत्म करने की जरूरत है।’