रायपुर: प्रदेश के मुख्य सचिव विवेक ढांड की सेवानिवृत्ति में भले ही 4 महीने बाकी हो। लेकिन ब्यूरोक्रेसी में इस पद के लिए अभी से खींचतान चालू हो गई है, तथा राज्य की प्रशासनिक मशीनरी में हलचल बढ़ गई है। प्रदेश के वर्तमान मुख्य सचिव विवेक ढांड फरवरी 2018 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रदेश के अगले मुख्य सचिव की दौड़ में मुख्यमंत्री के करीबी दो अफसरों , 1983 बैच के आईएएस अजय सिंह और 1985 बैच के आईएएस एन बैजेंद्र कुमार को अग्रिम पंक्ति में बताया जा रहा हैं।
सचिवालय के आला अधिकारियों के अनुसार मुख्य सचिव के नेतृत्व में अगला विधानसभा और लोकसभा चुनाव होगा ऐसे में सरकार भी किसी ऐसे अफसर को बाहर से नहीं लाना चाहती जिस से सामंजस्य बिठाने में दिक्कत आए। उच्च प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि सरकार वरिष्ठता को नजरअंदाज कर के मुख्य सचिव की नियुक्ति करने पर विचार नहीं कर रही है ऐसे में वर्तमान एसीएस अजय सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है।
फरवरी 2018 में रिटायर हो रहे मुख्य सचिव विवेक ढांड को रेरा का चेयरमैन बनाया जा सकता है। ऐसे में फरवरी 2018 से पहले ही नए मुख्य सचिव की नियुक्ति की जानी है इस लिहाज से देखे तो मुख्यमंत्री रमन सिंह ने टीम ने एसीएस बनाकर संकेत दे दिए हैं कि जल्दी नए मुख्य सचिव की ताजपोशी कर दी जाएगी। ज्ञात हो कि 1987 बैच के सीके खेतान, आर पी मंडल और वी सुब्रमण्यम को मंगलवार को ही एसीएस बनाया गया है।
मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल अजय सिंह के बैच वाले एसीएस एमके राउत 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं इसके बाद अजय सिंह को वरिष्ठता के आधार पर टक्कर देने वाले एसीएस एन बैजेंद्र कुमार भी प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं। इन समीकरणों को देखते हुए फरवरी 2020 में रिटायर होने वाले अजय सिंह का नाम प्रदेश के नए मुख्य सचिव की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है।