COP-28 : इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ COP-28 जलवायु शिखर सम्मलेन (COP-28 Climate Summit) के दौरान ली गयी एक सेल्फी साझा की है। मेलोनी ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में #Melodi के साथ लिखा ‘COP-28 में अच्छे दोस्त’। मेलोनी के इंस्टाग्रम पर पोस्ट शेयर करते ही फोटो इंटरनेट पर वायरल हो गयी।
- इटली की पीएम मेलोनी ने पीएम मोदी के साथ शेयर की सेल्फी
- दोनों COP-28 जलवायु सम्मलेन में हुए थे शामिल
- G-20 सम्मलेन में शामिल होने भारत आयी थीं मेलोनी
बता दें कि मेलोनी G-20 सम्मलेन में शामिल होने भारत आई थीं। इससे पहले पीएम मोदी ने मेलोनी के साथ Social Media Platform X पर तस्वीर साझा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने पोस्ट में लिखा कि, “COP-28 शिखर सम्मलेन के मौके पर इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की। मुझे समृद्ध भविष्य के लिए भारत और इटली के संयुक्त प्रयासों पर भरोसा है।”
Incontro con PM @GiorgiaMeloni dell’Italia a margine del #COP 28 Summit.
Confido negli sforzi congiunti di India e Italia per un futuro prospero e sostenibile. pic.twitter.com/zdCSLHOKya
— Narendra Modi (@narendramodi) December 1, 2023
पीएम मोदी द्वारा ‘ग्रीन क्रेडिट’ पहल की घोषणा
पीएम ने शुक्रवार को अपने भाषण में आवाहन किया है कि सभी देश मिल कर वैश्विक उत्सर्जन को कम करने के लिए काम करें। इस बीच पीएम ने ‘ग्रीन क्रेडिट’ पहल की घोषणा भी की। भाषण के दौरान उन्होंने बताय कि भारत का उत्सर्जन दूसरे देशों के मुकाबले बहुत कम है। उन्होंने कहा, “भारत की वैश्विक जनसंख्या की 17 प्रतिशत है, लेकिन भारत विश्व का केवल 4 प्रतिशत कार्बन उत्सर्जन करता है। एनडीसी के लक्ष्यों को प्रार्प्त करने के लिए हम तेज़ी से काम कर रहे हैं।” बता दें की प्रधानमंत्री मोदी COP-28 समिट में शामिल होने के बाद अब भारत के लिए रवाना हो चुके हैं।
इन नेताओं से भी पीएम मोदी ने की मुलाकात
बता दें मेलोनी के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ब्राज़ील के प्रधमंत्री लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन, पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, तुर्की के राष्ट्रपति आरटी एर्दोगन से भी मुलाकात की। ग्रीन क्रेडिट की घोषणा से अलग पीएम मोदी ने कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय और क्षेत्रीय हितों मुद्दों पर भी चर्चा की।
क्या है COP-28 ?
COP (Conference of Parties) का मतलब उन देशों से है जिन्होंने साल 1992 में अमेरिका के जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस वर्ष COP की यह 28 वीं बैठक है इसलिए इसलिए इसे COP-28 कहा गया है। COP-28 में ऐसा निर्धारित हुआ है कि पृथ्वी के तापमान में बढ़ोतरी को 1.5 डिग्री तक सीमित रखने के दीर्घकालिक लक्ष्य को बनाए रखा जाएगा। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की जलवायु पर नज़र रखने वाली संस्था Intergovernmental Panel on Climate Change के अनुसार ये 1.5 डिग्री सेल्सियस वो टारगेट है जिसकी सहायता से जलवायु परिवर्तन के असर को रोका जा सकता है।
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