मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान ने आज कहा है कि राज्य सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत तीर्थ-दर्शन यात्रा के पांच वर्ष पूरे करने वाले यात्रियों को तीर्थ-दर्शन का फिर से अवसर मुहैया कराया जाएगा। श्री चौहान ने इस योजना के पांच वर्ष पूरे होने पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तीर्थयात्रा पर जाने वालीं रेलगाडिय़ों की संख्या आवश्यकता अनुसार बढ़ाई जाएगी। तीर्थ-यात्रियों को यात्रा के दौरान आवश्यक वस्तुओं का किट दिया जाएगा। गंतव्य तीर्थ के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व की जानकारियों का ब्रोशर मिलेगा।
श्री चौहान ने घोषणा की कि विधायक यदि श्रद्धालुओं के साथ तीर्थयात्रा पर जाना चाहेंगे तो, उन्हें यात्रा में सम्मिलित किया जाएगा। धर्माचार्यों के साथ चर्चा कर और तीर्थस्थानों को भी योजना में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समयानुसार सुविधाओं की ²ष्टि से यात्रा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए विचार-विनिमय कर आवश्यक बदलाव करने केनिर्देश दिये।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री चौहान ने कहा कि तीर्थ-दर्शन योजना का उद्देश्य बुजुर्गों को भक्ति के आनंद के अवसर उपलब्ध कराना है। तीर्थ स्थान धर्म के केन्द्र हैं। यहां मन और बुद्धि पवित्र होती है। इस अवसर पर धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधराराजे ङ्क्षसधिया ने बताया कि 5 वर्षों की योजना अवधि में 5 लाख 3 हजार बुजुर्गों ने तीर्थ-दर्शन किये हैं। तीर्थों के दर्शन के लिए 503 रेल यात्राओं का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी तीर्थों के दर्शन की कल्पना भी नहीं की थी, उनको तीर्थों के दर्शन इस योजना के तहत कराए गए हैं।