राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज जमात-ए-इस्लामी आतंकी फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर में 16 स्थानों पर छापेमारी की, जिसकी जांच एजेंसी 2021 से कर रही है। चल रहे ऑपरेशन में एनआईए की कई टीमों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर बारामूला में 11 और केंद्र शासित प्रदेश के किश्तवाड़ जिले में पांच जगहों पर तलाशी ली। एनआईए द्वारा जिन स्थानों की तलाशी ली जा रही है, उनमें प्रतिबंधित अलगाववादी समूह जमात-ए-इस्लामी से जुड़े व्यक्तियों और उग्रवाद में शामिल लोगों के आवासीय परिसर शामिल हैं। एनआईए ने 2021 में जमात-ए-इस्लामी और उसके कैडरों के खिलाफ टेरर फंडिंग मामले में नामजद पहली एफआईआर दर्ज की थी।
गैरकानूनी गतिविधि को लेकर किया गया था बैन
गृह मंत्रालय ने 2019 की शुरुआत में जमात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर को उसकी कथित राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित कर दिया था। अलगाववादी समूह पर देश में राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है और उग्रवादी संगठनों के साथ निकट संपर्क में है, गृह मंत्रालय ने संगठन पर प्रतिबंध लगाते समय अपनी अधिसूचना में इसका उल्लेख किया था। सुरक्षा बलों ने अलगाववादी ताकतों पर कार्रवाई शुरू की और 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में आतंकवादी हमले के बाद जमात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर के कई नेताओं और कैडरों को गिरफ्तार किया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे।