बेंगलुरु : शहर के इजीपुरा इलाके के निकट दो मंजिला इमारत के ध्वस्त हो जाने के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और मलबे में कुछ अन्य लोगों के फंसे होने की आशंका है। संदेह जताया जा रहा है कि इमारत एक एलपीजी सिलेंडर में विस्फोट के चलते ध्वस्त हुई। वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट सुबह करीब 7 बजे हुआ।
उन्होंने बताया कि धमाके की जोरदार आवाज सुनाई दी और 20 साल पुरानी इमारत देखते-देखते मलबे में तब्दील हो गई। दमकल विभाग एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मचारियों को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने मलबे से लोगों के शव बरामद किये। मरने वालों में दो महिलाएं भी शामिल थीं। दो मृतकों की पहचान कलावती (68) और रविचंद्रन (30) के तौर पर हुई है।
पुलिस ने बताया कि मलबे से दो बच्चों को जीवित निकाला गया, जिनकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। मौके का जायजा लेने पहुंचे कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि इमारत गणेश नामक एक व्यक्ति की थी। उन्होंने बताया कि गणेश ने यह इमारत चार परिवारों को किराये पर दे रखी थी।
मंत्री ने बताया, दो परिवार भूतल पर रहते थे जबकि एक परिवार पहली मंजिल पर रहता था। कलावती और रविचंद्रन पहली मंजिल पर रहते थे। इन दोनों की मौत मौके पर ही हो गयी थी जबकि दो बच्चे हादसे में घायल हो गये थे। हालांकि वे सुरक्षित हैं। निचले तल पर रह रहे परिवारों के सदस्यों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। बेंगलूरू के महापौर आर संपत राज ने बताया कि इमारत में चार परिवार रह रहे थे।
उधर, कर्नाटक सरकार ने मृतकों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही इस दुर्घटना में एक बच्ची के परिजनों की मृत्यू हो गई है। सरकार उस बच्ची को अडॉप्ट करेगी और उसके सारे खर्च उठाएगी।
We will give a compensation of Rs 5 lakh each to next of kin of the deceased and Rs 50,000 to injured: B’luru Development Min K.J George pic.twitter.com/OUjtBlstB1
— ANI (@ANI) October 16, 2017
दमकल की कम से कम 40 गाड़ियां और एनडीआरएफ के कर्मचारी बचाव अभियान में जुटे रहे। पुलिस ने बताया कि इमारत में फंसे लोगों को बचाने के लिये मलबा हटा रहे दमकल के तीन कर्मचारियों के रूपर मलबा गिर जाने के कारण वे घायल हो गये। उन्होंने बताया कि उन्हें उपचार के लिये पास के अस्पताल ले जाया गया।