मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण को लेकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जितना अनुसूचित जाति व जनजाति या पिछड़ा वर्ग का नुकसान किया है उतना कोई कर नहीं सकता है।
जितना नुकसान कॉंग्रेस ने अनुसूचित जाति/जनजाति या पिछड़ा वर्ग का किया है, उतना कोई कर ही नहीं सकता!
पिछड़ा वर्ग के वोटबैंक के लिए केवल अध्यादेश जारी कर दिया गया और बाद में इन्हीं ने स्टे करवा दिया। यदि पिछड़े वर्ग की चिंता थी तो ढंग से वर्कआउट करना चाहिए था। pic.twitter.com/AVp5msnba1
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 10, 2021
शिवराज ने ट्ववीट कर कहा कि “जितना नुकसान कांग्रेस ने अनुसूचित जाति/जनजाति या पिछड़ा वर्ग का किया है, उतना कोई कर ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग के वोटबैंक के लिए केवल अध्यादेश जारी कर दिया गया और बाद में इन्हीं ने स्टे करवा दिया। यदि पिछड़ा वर्ग की चिंता थी तो ढंग से वर्कआउट करना चाहिए था।
उन्होंने आगे लिखा है कि कांग्रेस के नेता पिछड़ा वर्ग के हितैषी होने का नाटक करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा कमजोर वर्गों के साथ रही है। पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के संबंध में जो भी प्रयास किये जा सकते हैं, हम हरसंभव कदम उठा रहे हैं। हम पिछड़े वर्ग समेत सभी वर्गों के कल्याण के लिए कटिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री चौहान आज स्मार्ट सिटी में पौधारोपण के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे, ओबीसी आरक्षण को लेकर कमलनाथ के बयान पर एक संवाददाता के प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार मैं पिछड़ा वर्ग के वोट बैंक के लिए केवल अध्यादेश जारी कर दिया गया और बाद में इन्हीं ने स्टे करवा दिया। यदि पिछड़े वर्ग की चिंता थी तो ढंग से वर्कआउट करना चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कर दिवस प्रदेश के नवनियुक्त राज्यपाल मंगू भाई पटेल जी से राजभवन में की सौजन्य मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा था की ओबीसी आरक्षण को लेकर हमने कदम उठाया था , हमने जो नीति बनाई थी उसे शिवराज सरकार सरकार लागू करे। यह बातें आज छुपी नहीं है ,आज जनता गवाह है कि प्रदेश कहां है और कहां जा रहा है।