शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की याद में औरंगाबाद में प्रस्तावित एक स्मारक के लिए पेड़ों के काटे जाने का विरोध करते हुए पेड़ समिति के एक सदस्य ने कहा है कि इससे न केवल सार्वजनिक उद्यान की सुंदरता को क्षति पहुंचेगी बल्कि इससे पारिस्थितिकी तंत्र को भी नुकसान पहुंचेगा।
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सिडको क्षेत्र में प्रियदर्शिनी गार्डन में स्मारक बनना प्रस्तावित है और यह उद्यान रेंगने वाले कई जीवों और पक्षियों का घर है। औरंगाबाद नगर निगम (एएमसी) में पेड़ समिति के एक सदस्य और पर्यावरण कार्यकर्ता किशोर पाठक ने कहा, ‘‘ अगर यह भूमि स्मारक के लिए दी जाती है तो हम इसकी सुंदरता खो देंगे।’’ उन्होंने बताया कि इस उद्यान में 7,500 पेड़ हैं जिसे पहले एक निजी शैक्षणिक संस्थान को दिया गया और अब यह एएमसी के पास है।