पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए जानना चाहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘भगवान या महामानव’ हैं जो विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का दावा कर रहे हैं, जबकि अभी छह चरण के चुनाव होने बाकी हैं।
हुगली जिले में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष बनर्जी ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और इसके संस्थापक अब्बास सिद्दिकी का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा ऐसे ‘व्यक्ति’ को अल्पसख्ंयक मतों में सेंध लगाने के लिए रुपये दे रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को एक चुनावी सभा में कहा था कि वह पश्चिम बंगाल में भाजपा सरकार के होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे और उससे यथाशीघ्र प्रधानमंत्री किसान निधि योजना लागू करने के लिए कहेंगे।
इस बयान का संदर्भ देते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘आप (मोदी) अपने आप को क्या समझते हैं, क्या आप भगवान या महामानव हैं? ममता बनर्जी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने ‘‘राज्य के अधिकारियों से राज्य सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयार रहने को कह’’ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जिलों में एक के बाद एक रैलियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम आपको (मोदी) शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं करेंगे।’’ बता दें कि इन सीटों पर छह अप्रैल को मतदान होगा। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि मोदी की बांग्लादेश के पहले प्रधानमंत्री शेख मुजीबुर रहमान की शताब्दी जयंती के मौके पर की गई पड़ोसी देश की यात्रा से वहां दंगे भड़के।
बनर्जी ने परोक्ष रूप से सिद्दिकी का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘एक नया व्यक्ति आया है जो राज्य में अल्पसंख्यक मतों को बांटने का प्रयास कर रहा है और उसे भाजपा से इसके लिए रुपये मिल रहे हैं।’’ बता दें कि सिद्दिकी नीत आईएसएफ का माकपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन है।
बनर्जी ने जोर दिया, ‘‘वह सांप्रदायिक बयान दे रहे हैं लेकिन उसका असर नहीं होगा। गृहमंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए उन्होंने दावा किया कि निर्वाचन आयोग राज्य के पुलिस अधिकारियों का तबादला शीर्ष भाजपा नेता की ओर से कर रहा है।
मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों सहित सभी भाजपा नेताओं के बंगाल चुनाव में पार्टी की जीत के लिए प्रचार किए जाने पर हमला करते हुए बनर्जी ने उन्हें‘ दुर्योधन, दुशासन और रावण’ करार दिया। तृणमूल प्रमुख ने कहा, ‘‘ एक बात याद रखनी चाहिए कि यहां तक ब्रिटिश भी बांटों और राज करो की नीति से बंगाल को बांट नहीं पाए।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा ‘ अपनी विभाजनकारी राजनीति’ में सफल नहीं होगी।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि, ‘‘कुछ खास पुलिस कर्मियों को यह सुनिश्चित करने के लिए लाया गया कि चुनाव नतीजे भाजपा के पक्ष में जाएं।’’ उन्होंने कहा कि मतदान जनता द्वारा किया जाता है न कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा। मुख्यमंत्री ने अपने पार्टी मतदान एजेंट की खिंचाई की जिसने कथित रूप से दूसरे चरण में नंदीग्राम के बूथपर रुकने से मना कर दिया था और आह्वान किया कि वे बिके नहीं।
साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि वह सभी अधिकारियों का लेखाजोखा रखेंगी। नंदीग्राम के मतदान केंद्र में करीब एक घंटे तक रुकने को लेकर हो रही आलोचना पर जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं नियमों के तहत वहां गई थी।’’ नंदीग्राम में उनके कभी साथी रहे और अब भाजपा के टिकट पर लड़ रहे शुभेंदु अधिकारी से मुकाबला है।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं अपनी पार्टी में ‘ किसी भावनात्मक तर्क को बर्दाश्त नहीं करूंगी कि भाजपा उन्हें धमकी दे रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उनकी जगह महिला कार्यकर्ताओं को नियुक्त करूंगी जो अधिक साहस दिखाएंगी।’’ केंद्र की भाजपा सरकार पर गत छह साल से कोई काम नहीं करने और जनविरोधी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘हम चावल मुफ्त में दे रहे हैं लेकिन खाना बनाने के लिए व्यक्ति को 900 रुपये का एलपीजी सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है।’’
भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के फूल को ‘सड़ा फूल’ करार देते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा मत हासिल करने के लिए बंगाल को संप्रदाय के आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दोहराया कि ‘‘अगर उन्हें कोई धमकाने की कोशिश करेगा तो खेला होगा।’’
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों से कहा कि उनकी सरकार द्वारा शुरू कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने के लिए वे उनसे जुड़़े। बनर्जी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता उनकी पार्टी के समर्थकों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘डरने का कोई कारण नहीं है। मैं रॉयल बंगाल टाइगर आपकी (समर्थक) रक्षा करने के लिए हूं। मैं लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हूं।’’