लुधियाना : खाकी वर्दीधारी – दिल्ली पुलिस द्वारा अपने तानाशाह रवैये का प्रदर्शन करते हुए सिख आटो चालक और उसके नाबालिग बेटे के साथ की गई अमानवीय तरीके के साथ मारपिटाई के मामले में तूल पकड़ते ही आज पंजाब के अलग-अलग सिख संगठनों में काफी गुस्सा उफान पर है।
इसी दौरान कई संगठनों की सिख संगत ने जोरदार रोष-प्रदर्शन करते हुए पीडि़त बाप-बेटे के साथ इंसाफ किए जाने की मांग की है। उधर शिरोमणि कमेटी के सचिव सरदार महेंद्र सिंह आहली ने बताया कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल के निर्देशों पर भारत सरकार के गृह सचिव को उपरोक्त मामले संबंधित एक खत लिखा गया है। उन्होंने बताया कि खत के द्वारा दोषी वर्दीधारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं के रोकथाम के लिए उचित कदम भी उठाने के लिए कहा गया है।
जत्थेदार भाई लोंगोवाल ने ऐसी घटनाएं अल्प संख्यकों के साथ घटित होना देश के माथे पर कलंक है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस मामले में कोई कानून की उल्लंघना करता है तो उसके साथ कानूनी तरीके से निपटा जाना चाहिए, नाकि अमानवीय तरीके से अत्याचार करके निपटा जाएं। उन्होंने इस संबंध में दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के उठाएं गए कदमों की भी तारीफ की, जिसमें पीडि़त सिख परिवार की मदद के लिए ठोस कदम उठाएं।
पंजाब के औद्योगिक नगर लुधियाना गुरू की नगरी अमृतसर और अजनाला में भी सिख संगठनों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ आज जोरदार प्रदर्शन किया। इन संगठनों ने सिख प्रचार सेवा सोसायटी, गुरूद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह प्रबंधक कमेटी, दशमेश वेलफेयर सहारा क्लब और स्वराज स्पोर्टस क्लब अजनाला भी शामिल थे। जिनकी अगुवाई में सिख संगत ने अलग अलग शहरों के अलग अलग बाजारों में रोष मार्च करके मुख्य चौक चौराहों पर दिल्ली पुलिस के पुतले फेंके।
इस मोके बातचीत करते हुए सोसायटी के संरक्षक मनजीत सिंह बाठ, क्लब प्रधान भाई काबल सिंह शाहपुर और प्रधान मलकीत सिंह अजनाला ने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा एक सिख टैम्पू चालक और उसके पुत्र की मामूली बात को लेकर वहिशयाना मार-पिटाई की गई है, जिसको कदाचित बरदाश्त नहीं किया जाएंगा और दिल्ली में 1984 के कत्लेआम जैसा माहौल दुबारा बनने नहीं दिया जाएंगा।
स्मरण रहे कि पिछले दिनों दिल्ली के मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन के बाहर खाकी वर्दीधारी मुलाजिमों ने एक सिख चालक और उसके पुत्र की बेरहमी के साथ मारपिटाई की है। इस घटना संबंधित सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही है, जिससे पुलिस द्वारा मार-पिटाई के इस मामले में अलग-अलग सिख संगठनों और मानव अधिकार संगठनों द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है। उधर यह भी पता चला है कि इस घटना के संबंध में दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा 3 मुलाजिमों को बरखास्त कर दिया गया है।
– सुनीलराय कामरेड