लुधियाना-एसएएस नगर : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के एडोटोरियम में आज मनाए गए अध्यापक दिवस के राज्य स्तरीय समारोह के दौरान पंजाब की शिक्षामंत्री अरूणा चौधरी द्वारा आज स्टेट अवार्ड के लिए चुने गए 40 अध्यापकों को समानित किया गया वही लुधियाना, जालंधर, बठिण्डा, अमृतसर, पटियाला और सीमावर्ती जिलों के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में भी विद्यार्थियों ने अपने-अपने तरीकों से अध्यापिकों को सम्मानित किया। मोहाली स्थित समारोह में 40 अध्यापकों को तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच शिक्षामंत्री अरूणा चौधरी ने 40 अध्यापकों को स्टेट अवार्ड देते हुए बधाई के साथ अध्यापकों को 25 हजार रूपए की राशि, दोशाला और मैडल दिया।
विभाग के नियमों के मुताबिक सम्मानित हुए अध्यापकों को शिक्षा जगत में उत्कुष्ट सेवाएं निभाने पर स्टेट अवार्ड के साथ-साथ इन अध्यापकों को सेवाकाल में एक साल की बढ़ौतरी अवधि भी मिलेंगी। इस अवसर पर शिक्षामंत्री अरूणा चौधरी ने राष्ट्रीय अवार्ड के लिए 8 अध्यापकों और स्टेट अवार्ड के लिए चुने गए अध्यापकों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि इन अध्यापकों ने सख्त मेहनत, निरंतर लगन और समर्पण की भावना के साथ ना केवल शिक्षा विभाग का नाम ऊंचा किया है बल्कि यह अध्यापक अन्य अध्यापकों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। इस अवसर पर उन्होंने साफ-सफाई पक्ष के तौर पर भी पंजाब के सरकारी स्कूलों में अव्वल रहे 39 स्कूलों के स्कूल प्रमुखों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से भी सम्मानित किया।
इधर लुधियाना के कई दर्जनों स्कूलों में भी शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन हुआ। स्थानीय कुंदन विद्या मंदिर सिविल लाइंस समारोह में हुए अध्यापक दिवस के अवसर पर जहां कार्यकारिणी सभा के सदस्यों में चेयरमैन श्रीमान वीके गोयल, प्रबंधक अश्विनी कुमार और डा. लाला लाजपत राय भी उपस्थित थे वही स्कूल की प्रधानाचार्य नविता पुरी ने उपस्थित अध्यापक वर्ग में सात्विक ऊर्जा का संचार करते हुए शपथ दिलाई कि वह अपने कार्य में दक्षता का निर्वाह करेंगे।
इस अवसर पर अध्यापक वर्ग को भी सम्मानित किया गया। प्रबंधक अश्विनी कुमार ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए अध्यापकों को बधाई दी और उन्हें देश की अमूल्य दरोहर के सामान बताया। अध्यापक वर्ग ने भी म्यूजिकल शो के माध्यम से अपने मन की बात कही। उधर कपूरथला स्थित कन्या कालेज की छात्राओं ने अध्यापक दिवस पर स्वयं शिक्षक बनकर अध्यापकों की कठिनाईयों को करीब से जाना और अध्यापकों की समस्याओं से रूबरू हुई।
– सुनीलराय कामरेड