लुधियाना- खन्ना : देश में 17वी लेाकसभा चुनावों में घर-घर कमल खिलाने और भगवा झंडा फहराने के बाद बुलंद हौसलों से भाजपा नेताओं ने पंजाब की ओर रूख किया है ताकि कांग्रेस की कैप्टन सरकार को आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान उखाड़ा जा सकें। और इसी क्रम में अब भाजपा ने पंजाब में अकालियों से अलग राह तलाशी जा रही है।
इस बारे में पंजाब भाजपा के संगठन मंत्री दिनेश कुमार ने शनिवार को साफ संकेत दिए। दिनेश कुमार भाजपा के मिशन पंजाब के खुलकर बोले। उन्होंने यहां कहा कि तक ड़ी यानि तराजू (शिरोमणि अकाली दल का चुनाव निशान) के कारण नरेंद्र मोदी और भाजपा को पंजाब में कम वोट मिले। लोकसभा चुनाव में लोग कमल का निशान ईवीएम में ढूंढ रहे थे, लेकिन यह अधिकतर सीटों पर नहीं मिली। इस पर अब हमने सोचना होगा। हमें राज्य में घर-घर कमल खिलाना है।
स्मरण रहे कि लोकसभा चुनाव के बाद पंजाब के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं गर्म हैं कि भाजपा पश्चिम बंगाल की तरह पंजाब में भी अपना रुतबा कायम करना चाहती है। इसको लेकर यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा पंजाब में अपने गठबंधन साथी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) से अगले चुनावों में अधिक सीटों मांग सकती है।
दिनेश कुमार ने लुधियाना के पास खन्ना मंडी में कार्यकर्ता सम्मान समारोह के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित कर आगे राह की झलक दी। दिनेश कुमार ने कहा कि जो उत्तर भारत के अन्य राज्यों में हुआ है, वह पंजाब में भी हो सकता है। भाजपा ने उत्तर भारत के अन्य राज्यों में जो प्रदर्शन किया है वैसा ही पंजाब में भी करने की क्षमता रखती है।
उन्होंने कहा कि पंजाब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष लगाव रहा है। पीएम मोदी के पंजाब से प्यार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां से राजग के चार सांसद ही हैं, लेकिन उन्होंने पंजाब तीन मंत्री दे दिए। यह आने वाले समय के लिए शुभ संके त है। दिनेश कुमार ने कहा कि गठबंधन के बारे में बाद में सोचेंगे। अभी मकसद हर घर में कमल खिलाना है। साथ ही उन्होंने भाजपा के मिशन पंजाब के खुलकर दिए संकेत। उन्होंने कहा कि संगठन को और मजबूत करें। कार्यकर्ता भविष्य के लिए तैयार रहें।
पिछले दिनों पार्टी के जिला प्रधानों और कोर कमेटी की मीटिंग में भी यह बात प्रमुखता से उभरी कि अब वक्त आ गया है भाजपा को पंजाब में अपने पांव पसारे। जिला प्रधानों की मीटिंग में भी ज्यादातर नेताओं का कहना है कि भाजपा अपने कोटे को बढ़ाए, अन्यथा पार्टी का काडर हतोत्साहित हो जाएगठे।
– सुनीलराय कामरेड