विराट कोहली के सितारे इन दिनों बुलंद हैं। पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज टीम इंडिया के नाम की। अब उनकी कप्तानी में भारत इंग्लैंड में भी झंडे गाड़ रहा है। रविवार को ब्रिस्टल में टी20 मैच में इंग्लैंड को धूल चटा कर टीम इंडिया ने सीरीज पर कब्जा कर लिया। टीम इंडिया ने इंग्लैंड को ब्रिस्टल में खेले गए तीन मैचों की टी-20 सीरीज के आखिरी और निर्णायक मुकाबले में 7 विकेट से मात देकर इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली साथ ही टी-20 इंटरनेशनल में लगातार छठी सीरीज पर कब्जा किया।
टीम इंडिया की इस जीत में चमके रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या। रोहित ने 56 गेंदों पर नाबाद 100 रनों की पारी खेली जिसमें 11 चौके और पांच छक्के शामिल थे। जबकि हार्दिक पंड्या ने गेंदबाजी करते हुए चार विकेट झटके और बल्लेबाजी करते हुए 14 गेंदों पर 33 रन ठोक दिए।
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘मेरा मानना है कि गेंदबाजों ने जिस तरह से वापसी की वह बेजोड़ थी। हमें लग रहा था कि वे 225 से 230 रन बनायेंगे। गेंदबाजों ने जो जज्बा दिखाया उस पर वास्तव में हमें गर्व है। एक कप्तान के रूप में इसे देखकर बहुत खुशी होती है। हमारे पास विकेट लेने वाली गेंदें करने की क्षमता है। इस प्रारूप में 25 से 30 रन बहुत अंतर पैदा कर सकते हैं।
हमने दबाव बनाया और मैच में वापसी की।’ भारतीय कप्तान ने पांड्या की भी तारीफ की जिन्होंने बाद में नाबाद 33 रन की पारी भी खेली। कोहली ने कहा, ‘पांड्या ने वास्तव में अच्छा आलराउंड क्रिकेटर है। वह आत्मविश्वास से भरा है और जिस तरह से उसने विकेट लिये आप युवा खिलाड़ी से ऐसा ही प्रदर्शन चाहते हो। इसके बाद उसने बल्ले से भी कमाल दिखाया। रोहित की पारी निसंदेह विशेष थी लेकिन हार्दिक का प्रदर्शन लाजवाब था।’ उन्होंने कहा, ‘पिच वास्तव में सपाट थी और बल्लेबाज के रूप में हमने इसका लुत्फ उठाया। हम बल्लेबाजी क्रम और गेंदबाजों में अलग- अलग चीजें आजमाते रहेंगे। श्रृंखला में जीत से दौरे की शुरुआत करना अच्छा है।’
इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन ने निराशा जतायी कि उनकी टीम अच्छी शुरुआत का फायदा उठाने में नाकाम रही और वह 20 या 30 रन अधिक बना सकती थी। मोर्गन ने कहा, ‘राय और बटलर ने हमें बेहतरीन शुरुआत दिलायी लेकिन उन्होंने जो मंच तैयार किया था हम उसके साथ न्याय नहीं कर पाये। हमने 20 से 30 रन कम बनाये। हम बाद में अच्छी तरह से शाट नहीं लगा पाये। हम छोटे मैदान पर इससे अधिक स्कोर की उम्मीद कर रहे थे। उम्मीद है इससे हम सबक लेंगे और सुधार करेंगे।’ रोहित को ‘मैन आफ द मैच’ और ‘मैन आफ द सीरीज’ चुना गया। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां का अनुमान लगाना महत्वपूर्ण था।
भारतीय उप कप्तान ने कहा, ‘यह खेल की मेरी शैली है। पारी के शुरू में परिस्थितियों का आकलन करना महत्वपूर्ण था। हमें पता था कि विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा है और बाउंड्री छोटी है। मैं शांतचित होकर खेलना चाहता था। मैं जानता था कि क्रीज पर टिके रहने से आप बाद में रन बना सकते हो।’ उन्होंने कहा, ‘चार क्षेत्ररक्षकों के तीस गज की रेखा के अंदर होने के कारण आपके पास मौका होता है और पांड्या ने पिछले कुछ वर्षों से इसका ऐसा करता रहा है। उसने जिस तरह से गेंदबाजी की उससे उसका आत्मविश्वास बढ़ा था। टीम उससे यही चाहती थी।’