प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जानेमाने ओडिया अभिनेता मिहिर दास के निधन पर शोक जताया और कहा कि दास ने अपने लंबे फिल्मी जीवन में रचनात्मक प्रदर्शन से लोगों के दिलों में जगह बनायी।
दास का निधन कटक के एक अस्पताल में हुआ, वह 63 वर्ष के थे। दास कई वर्षों से गुर्दे संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और उन्हें पिछले साल नौ दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर पर थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अभिनेता श्री मिहिर दास जी के निधन जताया शोक
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ”ओडिया के जानेमाने अभिनेता श्री मिहिर दास जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। उन्होंने अपने लंबे फिल्मी करियर में रचनात्मक प्रदर्शन से लोगों के दिल जीते। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।”
Saddened by the demise of noted Odia actor Shri Mihir Das Ji. During his long film career, he won many hearts thanks to his creative performances. My thoughts are with his family and admirers. Om Shanti: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) January 11, 2022
मिहिर दास के निधन से दुःखी हूं – नवीन पटनायक
नवीन पटनायक ने ट्वीट कर कहा कि दिग्गज अभिनेता मिहिर दास के निधन से दुःखी हूं। ओडिशा की कला जगत में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी। यह ओडिया सिने जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।”
ବର୍ଷୀୟାନ ଅଭିନେତା ମିହିର ଦାସଙ୍କ ଦେହାନ୍ତ ବିଷୟରେ ଜାଣି ମୁଁ ଦୁଃଖିତ। ଓଡ଼ିଆ କଳା ଜଗତରେ ସେ ଛାଡିଯାଇଥିବା ଅଭିନୟର ଛାପ ତାଙ୍କୁ ସର୍ବଦା ଅମର କରି ରଖିବ। ତାଙ୍କ ବିୟୋଗ ଓଡ଼ିଆ କଳାଜଗତ ପାଇଁ ଏକ ଅପୂରଣୀୟ କ୍ଷତି। ତାଙ୍କ ଅମର ଆତ୍ମାର ସଦଗତି କାମନା କରିବା ସହ ଶୋକସନ୍ତପ୍ତ ପରିବାରବର୍ଗଙ୍କ ପ୍ରତି ମୋର ସମବେଦନା ଜଣାଉଛି।
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) January 11, 2022
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, ‘‘मैं यह खबर सुनकर बहुत ही निराश हूं। यह एक युग का अंत है। मिहिर दास ओडिशा के घर-घर में गूंजने वाला नाम था और वह अपने तीक्ष्ण अभिनय कौशल के लिए जाने जाते थे। मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
मिहिर दास कई वर्षों से गुर्दे की बीमारी से थे पीड़ित
ओडिया के दिग्गज अभिनेता मिहिर दास का मंगलवार को कटक के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। वह 63 वर्ष के थे। मिहिर दास कई वर्षों से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और उन्हें पिछले साल 9 दिसंबर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर के सहारे थे।
साल 1979 में की थी करियर की शुरुआत
राज्य के मयूरभंज जिले में 11 फरवरी, 1959 को जन्मे मिहिर दास ने कला फिल्म ‘स्कूल मास्टर’ से अभिनय की शुरुआत की और पहली बार 1979 में ‘मथुरा बिजय’ में एक व्यवसायिक फिल्म में अभिनय किया।
मिहिर दास ने जीते थे कई अवार्ड
तीन दशकों से अधिक के करियर में, दास ने 1998 में ‘लक्ष्मी प्रोतिमा’ और 2005 में ‘फेरिया मो सुना भौनी’ में अपने प्रदर्शन के लिए राज्य सरकार से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता था। दास को 2007 में ‘मु टेट लव करूची’ के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का पुरस्कार और 2010 में ‘प्रेमा अधे अख्यारा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार भी मिला था। वह टेलीविजन चैनलों पर सामाजिक रूप से प्रासंगिक कार्यक्रमों में एक लोकप्रिय एंकर भी थे। हालांकि वे पिछले काफी समय से इंडस्ट्री से दूर थे। आखिरी बार मिहिर दास साल 2018 में आई फिल्म ओनली प्यार में नजर आए थे। अभिनय की दुनिया से दूर रहने के साथ ही मिहिर दास लाइमलाइट से भी दूर रह रहे थे।