भारत को आजादी दिलाने के लिए कई क्रांतिकारियों ने अपना जीवन देश के लिए बलिदान कर दिया हैं।अमर स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी भगत सिंह,सुखदेव तथा राजगुरु की पुण्यतिथि के अवसर पर बुधवार को विभिन्न दलों के नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। आजादी के संघर्ष मे वीरता की अमर गाथा लिखने वाले इन तीनों क्रांतिकारियों की पुण्यतिथि देश में शहीद दिवस के रूप में मनायी जाती है।आजादी के मतवाले इन तीनों युवाओं को आज ही के दिन लाहौन के केंद्रीय कारागार में 1931 में फांसी दी गयी थी।
गृहमंत्री अमित शाह ने अपने विचार व्यक्त करें
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्रांतिकारी भगत सिंह,सुखदेव तथा राजगुरु को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे मजबूत स्तंभ बताते हुए कहा ‘‘ इन क्रांतिकारियों का बलिदान आज भी लोगों को राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करता हैं।’’ कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने कहा ‘‘तीनों शहीदों के विचार सदैव अमर रहेंगे। जब भी कोई आवाज अन्याय के खिलाफ उठेगी उस आवाज में इन तीनों का अनुसरण होगा।’’ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने तीनों शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
केजरीवाल ने क्रांतिकारियों को किया संबोधित
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा ‘‘ भगत सिंह, सुखदेव तथा राजगुरु को नमन ‘‘ देश के स्वतंत्रता संग्राम के अमर प्रतीक.। देश का एक-एक नागरिक उनके अमर बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।’’ भगत सिंह, सुखदेव तथा राजगुरु तीनों क्रांतिकारी हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) के सदस्य थे, सभी को लाहौर में एक पुलिस अधिकारी की हत्या करने के आरोप में फांसी की सजा दी गयी। तीनों को फांसी 24 मार्च को होनी थी लेकिन निर्धारित समय से 11 घंटे पहले ही 23 मार्च 1931 की शाम को ही उन्हें फांसी दे दी गयी थी।