पश्चिम बंगाल में पिछले काफी समय से तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में राजनीतिक खींचतान का दौर चल रहा है। इस राजनीतिक लड़ाई ने बीते विधानसभा चुनावों में भारी-भरकम रंग ले लिया और ये जुबानी जंग काफी हिंसक दौर में चली गई। फिलहाल मुख्यमंत्री ममता एक बार फिर बंगाल की सत्ता में आ गई है, लेकिन पिछली राजनीतिक लड़ाई का असर अब दिखने लगा है। इसका ही एक उदाहरण है कि तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
अब निर्वाचन आयोग ने ऐलान करते हुए कहा कि राज्यसभा में दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे से खाली हुई पश्चिम बंगाल की एक सीट पर उपचुनाव नौ अगस्त को कराए जाएंगे। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को उपचुनाव कार्यक्रम की घोषणा की जिसके अनुसार 22 जुलाई से 29 जुलाई के बीच नामांकन दाखिल किया जा सकेगा।
बता दे कि तीस जुलाई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। दो अगस्त को नाम वापस लिये जा सकेंगे। आवश्यक होने पर नौ अगस्त को सुबह नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक मत डाले जाएंगे। मतगणना उसी दिन शाम पांच बजे से शुरू होगी। उपचुनाव की प्रक्रिया दस अगस्त तक पूरी की जाएगी।
त्रिवेदी तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर पिछले वर्ष राज्यसभा में निर्वाचित हुए थे तथा इस वर्ष 12 फरवरी को उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था और बाद में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये थे। त्रिवेदी का कार्यकाल दो अप्रैल 2026 तक था। चुनाव आयोग ने इस राज्यसभा उपचुनाव के लिए कोविड संबंधी दिशानिर्देश जारी किये हैं।
चुनाव संबंधी गतिविधियों से जुड़ प्रत्येक व्यक्ति के लिय मास्क पहनना अनिवार्य होगा। चुनावी गतिविधियों वाले सभी परिसरों में थर्मल स्क्रीनिंग के बाद लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। सभी स्थानों पर सैनेटाइत्रर रखना तथा शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को उपचुनाव की प्रक्रिया में कोविड संबंधी दिशानिर्देश के क्रियान्वयन एवं अनुपालन की निगरानी के लिए एक अधिकारी विशेष रूप से तैनात करने को कहा है।