दुनिया में ओमीक्रोन वायरस अपने पैर बड़ी तेजी के साथ पसार रहा हैं। विश्व स्वास्थय संगठन द्वारा जारी आकंडो के मुताबिक दुनिया में नौ करोड़ से ज्यादा लोग ओमीक्रोन वायरस की चपेट में आ गए हैं। जो दूसरी लहर से ज्यादा हैं। यह आकंडे आम आदमी को सोचने पर मजबूर कर सकते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचो) के महानिदेशक ने मंगलवार को कहा कि 10 सप्ताह पहले कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप सामने आने के बाद से अब तक संक्रमण के नौ करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जो कि वर्ष 2020 में सामने आए कुल मामलों से ज्यादा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई थी। डब्ल्यूएचो के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेबरेसस ने आगाह किया कि हालांकि ओमीक्रोन, वायरस के अन्य स्वरूपों जितना घातक नहीं है फिर भी इससे बचकर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के ज्यादातर क्षेत्रों से मौतों की संख्या में वृद्धि की बेहद डराने वाली खबरें आ रही हैं।
भारत में भी बढ़ा मौत का आकंडा
देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अब कमजोर पड़ती जा रही है. बीते 24 घंटे में देश में 1.67 लाख मामले सामने आए हैं। जो बीते दिन रविवार की तुलना में 20.4% कम है। हालांकि, मौतों का आंकड़ा अपनी रफ्तार पकड़ता जा रहा हैं। . मंगलवार को 24 घंटे में कोरोना से 1,192 मरीजों की मौत हुई है। मौतें के बढ़ते आंकड़े की सबसे बड़ी वजह केरल है। जहां 24 घंटे में केरल में सबसे ज्यादा 729 मौतें दर्ज की गई। रविवार को केरल 475 मौतें दर्ज हुई थीं. आकंडे के मुताबिक केरल में कोरोना से 54,935 मौतें हो चुकी है। इनमें से 18,915 मौतें ऐसी हैं, जिन्हें बाद में कोविड डेथ में गिना गया. यानी अब तक जितनी मौतें हुई हैं, उनमें से 35 फीसदी मौतें बाद में कोविड डेथ में दर्ज हुईं