हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर को भयावह तरीके से की गई थी। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि तिवारी को 15 बार चाकू मारा गया था, और उसके बाद चेहरे पर गोली मारी गई थी। उनका गला रेतने की कोशिश की गई थी। हत्यारे तिवारी को किसी भी हाल में जीवित नहीं छोड़ना चाहते थे। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चाकू शरीर के ऊपरी हिस्से में मारा गया, जो जबड़े से छाती तक केंद्रित था। गले पर दो गहरे घाव के निशान थे, जो गले को रेतने के प्रयास का संकेत देते हैं।
हमलावरों ने उन्हें गोली मारी, ऐसा उन्होंने जीवित नहीं बचने देने के इरादे से किया। गोली उनके चेहरे पर मारी गई और उनका पोस्ट मार्टम कर रहे चिकित्सकों ने उनकी खोपड़ी के पिछले हिस्से से गोली निकाली। हिंदू समाज पार्टी के नेता की लखनऊ में शुक्रवार को उस समय हत्या कर दी गई थी, जब हमलावर उनके संगठन के लिए कार्य करने के बहाने से उनसे मिलने आए थे।
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दो हमलावरों -मोइनुद्दीन व अशफाक को मंगलवार रात गुजरात से गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर बुधवार देर लखनऊ लाए जाने की संभावना है। दोनों गुजरात के सूरत जिले के निवासी हैं। अशफाक एक प्रतिष्ठित मेडिकल कंपनी के साथ एक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव के रूप में कार्य कर रहा था, जबकि मोइनुद्दीन फूड डिलिवरी बॉय के तौर पर काम कर रहा था।