रुद्रप्रयाग : सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट पर अगस्त्यमुनि में मचे बवाल के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने पूरे रुद्रप्रयाग तहसील क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी गयी है। अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। डीआईजी गढ़वाल दीपक ज्योति ने हालत सामान्य होने की पुष्टि की है। अफवाह और दंगा में 7 लोग जबकि तीन लोग छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं। डीआईजी का कहना है कि सोशल मीडिया से अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसा जा चुका है। पुलिस शनिवार को अगस्त्यमुनि समेत प्रमुख कस्बों में फ्लैग मार्च किया। लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की। डीएम मंगेश घिल्डियाल और एसपी पीएन मीणा पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
पौड़ी, चमोली और टिहरी जिले से अतिरिक्त पुलिस फोर्स रुद्रप्रयाग बुलाई गई है। पूरा अगस्त्यमुनि बाजार छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस के जवानों की कदमताल से लोग भी सहमे नजर आ रहे हैं। बीते गुरुवार शाम को सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति ने अगस्त्यमुनि को लेकर एक आपत्तिजनक पोस्ट डाल दी थी। यह फेक न्यूज वायरल हो गयी। देखते ही देखते कुछ छात्र और स्थानीय लोग थाने में जाकर पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। यह अफवाह फैलाई गई कि युवती से किसी दूसरे समुदाय के युवकों ने रेप किया है। जबकि पुलिस प्रशासन के अफसरों का कहना है कि ऐसी कोई घटना ही नहीं हुई है।
ये फेक खबर वायरल हो गई और शुक्रवार सुबह तक मामला आग की तरह फैल गया। शुक्रवार सुबह गंगानगर, विजयगनर और अगस्त्यमुनि में अराजकतत्वों समुदाय विशेष की दुकानों पर जमकर तोड़फोड़ की। करीब 15 दुकानों में तोड़फोड़ की गई। कई कई जगह दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। बाइक भी फूंकी गई। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने घटना के बाद तनाव न फैले इसको देखते हुए शीघ्र सोशल मीडिया पर बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में रेप की गलत खबर को चलाया गया, जिससे अगस्त्यमुनि में ऐसी स्थिति हुई।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए यहाँ क्लिक करें।