इस धरती पर जानकारी के अनुसार साँपों की तीन हज़ार से अधिक प्रजातियाँ हैं। इनमें से कुछ ऐसे जो बिना विष के और छह सौ अधिक प्रजातियाँ जहरीली सापों की हैं। इन सांपों में कोबरा, किंग कोबरा, एडर्स, कांगर सांप और रैटल स्नेक जैसे जहरीले सांप आते है, लेकिन क्या आपको पता है कि इस दुनिया में सबसे जहरीला सांप कौन-सा है? अगर आपको इसका उत्तर नहीं पता, तो आज की खबर में हम आपको इसके बारे में बताने वाले है।
वैसे तो हर देश के अंदर एक न एक सांप ऐसा जरूर होता है, जिसके कटाने से हर साल कई लोगों की जान जाती हैं। दावा किया जाता है कि दुनिया का सबसे जहरीला सांप इनलैंड ताइपन है, जो सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। कुछ रिपोर्ट ये भी कहती है कि ताइपन के मात्र एक बाइट जहर से 100 मौत हो सकती है और वही ये जहर 25 लाख चूहों को भी बड़ी आसानी से मार सकता है।
इस सांप के जहर को घातक इस लिए कहा जाता है, क्योंकि इसमें टायापॉक्सिन नामक न्यूरोटॉक्सिन आदि होते है। ताइपन का जहर जब मनुष्यों में प्रवेश करता है, तो यह तुरंत मांसपेशियों को जमा देता है और रक्त वाहिकाओं और शरीर के ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है। ऑस्ट्रेलिया में ताइपन प्रजाति के दो प्रकार के सांप पाए जाते हैं। अधिकांश लोग तटीय ताइपन सांपों से परिचित हैं। लेकिन ये देश के अंदर पाए जाने वाले ताइपन की तुलना में कम जहरीले होते हैं।
रिपोर्ट कहती है समुद्र के किनारे वाले ताइपन इंसानों पर हमला करने से नहीं हिचकिचाते। इनके काटने से 80 प्रतिशत लोगों की काफी क समय में ही हो जाती है पर आज इसके जहर के एंटीडोट्स ढूंढ लिए गए हैं। पर देश के अंदर पाए जाने वाले ताइपन सांप इसके काफी ज्यादा खरतनाक होते है। सबसे पहले इन्हें 1879 में मध्य ऑस्ट्रेलिया के भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में खोजा गया था।
इन सांपों में इंसानों को कुछ ही पल में मारने वाले जहर के साथ काफी तेज स्पीड भी होती है, लेकिन ये सांपो की तटीय ताइपानों की तरह लोगों पर हमला करने की पीछे रहते है। पर अगर कोई इनको उकसाता हैं, तो फिर ये सांप अपना जहर उसमे डालने से नहीं चूकते है। ये सांप पहले ही लोगों को चेतावनी देता है, एल्कीन अगर कोई नहीं मनाता है, तो फिर अंजाम काफी ही बुरा होता है। वे अधिकतर ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां मानव निवास बहुत कम है। इसलिए विशेषज्ञ इसे बहुत खतरनाक सांप नहीं मानते हैं।