दुनिया का सबसे खतरनाक सांप, जिसके एक बार काटने से हो सकती है 100 मौत की मौत, जानें Taipan के बारें में - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

दुनिया का सबसे खतरनाक सांप, जिसके एक बार काटने से हो सकती है 100 मौत की मौत, जानें Taipan के बारें में

कुछ रिपोर्ट ये भी कहती है कि ताइपन के मात्र एक बाइट जहर से 100 मौत हो सकती है और वही ये जहर 25 लाख चूहों को भी बड़ी आसानी से मार सकता है।

इस धरती पर जानकारी के अनुसार साँपों की तीन हज़ार से अधिक प्रजातियाँ हैं। इनमें से कुछ ऐसे जो बिना विष के और छह सौ अधिक प्रजातियाँ जहरीली सापों की हैं। इन सांपों में कोबरा, किंग कोबरा, एडर्स, कांगर सांप और रैटल स्नेक जैसे जहरीले सांप आते है, लेकिन क्या आपको पता है कि इस दुनिया में सबसे जहरीला सांप कौन-सा है? अगर आपको इसका उत्तर नहीं पता, तो आज की खबर में हम आपको इसके बारे में बताने वाले है। 
1689495693 some image.width 1200.cc00a1a
वैसे तो हर देश के अंदर एक न एक सांप ऐसा जरूर होता है, जिसके कटाने से हर साल कई लोगों की जान जाती हैं। दावा किया जाता है कि दुनिया का सबसे जहरीला सांप इनलैंड ताइपन है, जो सिर्फ ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। कुछ रिपोर्ट ये भी कहती है कि ताइपन के मात्र एक बाइट जहर से 100 मौत हो सकती है और वही ये जहर 25 लाख चूहों को भी बड़ी आसानी से मार सकता है। 
1689495704 taipan australian length
इस सांप के जहर को घातक इस लिए कहा जाता है, क्योंकि इसमें टायापॉक्सिन नामक न्यूरोटॉक्सिन आदि होते है। ताइपन का जहर जब मनुष्यों में प्रवेश करता है, तो यह तुरंत मांसपेशियों को जमा देता है और रक्त वाहिकाओं और शरीर के ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है। ऑस्ट्रेलिया में ताइपन प्रजाति के दो प्रकार के सांप पाए जाते हैं। अधिकांश लोग तटीय ताइपन सांपों से परिचित हैं। लेकिन ये देश के अंदर पाए जाने वाले ताइपन की तुलना में कम जहरीले होते हैं। 
1689495713 untitled 3 1
रिपोर्ट कहती है समुद्र के किनारे वाले ताइपन इंसानों पर हमला करने से नहीं हिचकिचाते। इनके काटने से 80 प्रतिशत लोगों की काफी क समय में ही हो जाती है पर आज इसके जहर के एंटीडोट्स ढूंढ लिए गए हैं। पर देश के अंदर पाए जाने वाले ताइपन सांप इसके काफी ज्यादा खरतनाक होते है। सबसे पहले इन्हें 1879 में मध्य ऑस्ट्रेलिया के भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में खोजा गया था। 
1689495721 667872dcf0703bb7aea9babf6ed16a92
इन सांपों में इंसानों को कुछ ही पल में मारने वाले जहर के साथ  काफी तेज स्पीड भी होती है, लेकिन ये सांपो की तटीय ताइपानों की तरह लोगों पर हमला करने की पीछे रहते है। पर अगर कोई इनको उकसाता हैं, तो फिर ये सांप अपना जहर उसमे डालने से नहीं चूकते है। ये सांप पहले ही लोगों को चेतावनी देता है, एल्कीन अगर कोई नहीं मनाता है, तो फिर अंजाम काफी ही बुरा होता है।  वे अधिकतर ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां मानव निवास बहुत कम है। इसलिए विशेषज्ञ इसे बहुत खतरनाक सांप नहीं मानते हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nine + twenty =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।