जम्मू-कश्मीर से 370 ख़त्म करने के बाद जहां एक तरफ घाटी में हालात सामान्य होने लगे हैं वहीं दूसरी तरफ इस फैसले पर दिनों दिन पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। भारत के फैसले के विरोध में पाक ऐसे कदम उठा रहा है जो उसी को भारी पड़ रहे हैं। पाकिस्तान को चारो तरफ से मुँह की खानी पड़ रही है। हालात यह हैं कि पाकिस्तान समय रहते बेतुके फैसले लेने से नहीं रुका तो बाद में पछतावे के अलावा उसके पास कुछ नहीं बचेगा।
पाकिस्तान के बेतुके फैसलों के कारण उसे अबतक लग चुके हैं 5 बड़े झटके
1. वित्तीय संकट के हालत पर पहुंचा
पाकिस्तान की वित्तीय हालत इतनी खस्ताहाल हो चुकी है कि उसके खजाने में विदेशी पूंजी भंडार केवल इतना ही बचा है कि वो महज दो महीनों के निर्यात में ही ख़त्म हो जाएगा। जिससे वहां वित्तीय संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। जिसके बाद उसे काली सूचि में डाला जा सकता है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा उसे दिए जा रहे 6 अरब डॉलर के कार्यक्रम पर भी असर पड़ेगा।
2. 370 के फैसले पर अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने पर बौखलाया पाकिस्तान इस फैसले के विरोद के लिए तमाम देशों से सहायता मेंग चुका है। लेकिन उसे हर जगह से मुँह की खानी पड़ी है। रूस और अमेरिका ने पाक को फटकार लगते हुए यह कहकर अपना पल्ला छाड़ लिया कि, यह भारत का अंदरूनी मामला है, पाक इसमें अपना हस्तक्षेप न करे। चीन ने भी कश्मीर मसले पर अपने हाथ खड़े करते हुए पाकिस्तान की सहायता करने से इंकार कर दिया है।
3. पाकिस्तानी का शेयर बाजार हुआ धड़ाम
भारत से कारोबारी रिश्ते तोड़ने के बाद पाकिस्तान का शेयर बाजार भी धड़ाम होकर टूट गया है। गुरुवार को पिछले 5 में अबतक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में घबराहट का माहौल है। सिर्फ दो दिनों में ही कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE) में करीब 1500 अंकों तक टूट गया। जिस वजह से निवेशकों के 7400 करोड़ पाकिस्तानी रुपये डूब चुके हैं।
4. बकरीद की तैयारी पर दिख रहा महंगाई का असर
पाकिस्तान का भारत से द्विपक्षीय व्यापर ख़त्म करने के फैसले का असर पाक में साफ देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच व्यापार में भारत पाकिस्तान से मात्र 20 फीसदी ही आयात करता है लेकिन पाकिस्तान भारत से 80 फीसदी आयात करता है। दोनों देशों के बीच व्यापर रुकने से इसका असर पाक में बकरीद पे देखने को मिल रहा है।
5. इंडस्ट्री भी झेल रही है महंगाई की मार
दूसरे देशों के मुकाबले भारत से केमिकल्स, डाई और अन्य प्रॉडक्ट्स पाकिस्तान को 35 प्रतिशत तक सस्ते मिल जाते थे। लेकिन भारत से व्यापर ख़त्म करने के बाद अब पाकिस्तान को यही सामान दूसरे देशों से मंगाना होगा, जो उसे काफी महंगा पड़ेगा। क्यूंकि दूसरे देशों से सामान आने में भी ज्यादा समय भी लगेगा और भाड़े में भी ज्यादा खर्च होगा।