अफगान तालिबान ने एक नया नियम बनाया है जिसके अनुसार राजनीतिक दल अफगानिस्तान में कोई भी गतिविधि नहीं कर सकते हैं। यह बात देश में न्याय के प्रभारी व्यक्ति ने कही। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिम न्याय मंत्री शेख मौलवी अब्दुल हकीम शराई ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक दलों की गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध है।
वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए यह बात कही
अंतरिम न्याय मंत्री शेख मौलवी ने कहा, “देश में राजनीतिक दलों की गतिविधियां पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं क्योंकि न तो इन पार्टियों की शरिया में कोई हैसियत है, न ही शरिया में कोई जगह है और न ही इन पार्टियों से कोई राष्ट्रीय हित जुड़ा है या देश इन्हें पसंद करता है।” डॉन के अनुसार, अफगान तालिबान के मीडिया आउटलेट द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अब्दुल हकीम शराई ने बुधवार को काबुल में अपने मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए यह बात कही।
अनुमति देने का कोई इरादा नहीं है
डॉन ने कहा कि बयान दर्शाता है कि अफगान तालिबान एक आंदोलन के रूप में सत्ता पर एकाधिकार जारी रख सकता है और उसका देश में राजनीतिक बहुलता की अनुमति देने का कोई इरादा नहीं है। यह स्पष्ट नहीं है कि प्रतिबंध कब लगाया गया था, लेकिन अफगान तालिबान अधिक समावेशी सरकार बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव का विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि उनकी ‘अंतरिम सरकार’ में सभी जातियों और जनजातियों के प्रतिनिधि थे और इसका आधार व्यापक था।