भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ कई ऐसे दिग्गज क्रिकेटर्स हैं जिन्हें अपने कैरियर का आखिरी मैच खेलने का मौका दिया गया। लेकिन वहीं कई ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन्हें अपने संन्यास का आखिरी मैच भी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं दिया गया। आज हम आपको भारतीय टीम के उन्हीं खिलाडिय़ों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1. जहीर खान
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ कई ऐसे दिग्गज क्रिकेटर्स हैं जिन्हें अपने कैरियर का आखिरी मैच खेलने का मौका दिया गया। लेकिन वहीं कई ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिन्हें अपने संन्यास का आखिरी मैच भी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं दिया गया। आज हम आपको भारतीय टीम के उन्हीं खिलाडिय़ों के बारे में बताने जा रहे हैं।
2. राहुल द्रविड़
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का नाम दुनिया के दिग्गज खिलाडिय़ों की लिस्ट में आता है। अपने समय के अवल दर्जे के बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ थे। राहुल द्रविड़ का टेस्ट रिकॉर्ड असाधारण है। द्रविड़ का कद एक बेहतर विदाई का हकदार था, लेकिन द्रविड़ ने उस स्थिति को देखते हुए निस्संदेह ऐसे छोडऩे की इच्छा रखी।
3. वीरेंद्र सहवाग
भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपना आखिरी टेस्ट मैच हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2013 में खेला था, जबकि उन्होंने अपनी सालगिरह पर क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास की घोषणा 20 अक्टूबर 2015 में की थी।
सहवाग ने कहा था कि चयनकर्ताओं ने मुझे बताया कि वह मुझे ड्रॉप करने जा रहे हैं। तो मैंने उनसे अनुरोध किया कि वह मुझे मेरा आखिरी टेस्ट दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में खेलने दें और फिर मैं उसके बाद अपने सन्यास की घोषणा कर दूंगा। लेकिन उन्होंने मुझेवह मौका नहीं दिया। सहवाग ने कहा कि यह एक प्रकार का दुख हमेशा मेरे दिमाग में रहेगा कि मुझेखेलने के दौरान रिटायर होने की अनुमति नहीं दी गई थी लेकिन वैैसे भी, एक खिलाड़ी के जीवन का यह हिस्सा है।
4. गौतम गंभीर
भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कई बार विभिन्न मामलों में अपनी राय रखी है जो बहुत बड़ी बातों का दावा भी करते हैं। गौतम गंभीर एक नैतिकता वाले और कड़ी मेहनत करने वाले व्यक्ति हैं जिन्होंने अपना काम किया और आगे बढ़ गए।
5. वीवीएस लक्ष्मण
भारतीय टीम के दिग्गज पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का टेस्ट क्रिकेट बिल्कुल ही राहुल द्रविड़ जैसा था। ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में जनवरी 2012 में लक्ष्मण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। इस मैच के कुछ महीने बाद ही लक्ष्मण ने अपने सन्यास की घोषणा कर दी थी। यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट के रिकॉर्ड का एक निराशाजनक हिस्सा है जिसके दो सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों को उनके सन्यास पर खेलने का मौका नहीं मिला।