राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि जनता की जान बचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण के लिए जरूरी फैसले किए जाएंगे। गहलोत ने बुधवार को राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण अभियान के बारे में चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई।
उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों का जीवन बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। संक्रमण के बढ़ते मामलों की स्थिति को देखते हुए हम किसी भी कीमत पर कोई समझौता नहीं करेंगे और जरूरी फैसले किए जाएंगे।’’ उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना वायरस को लेकर जिलों की कार्य योजना बनाएं और नियमित जांच करें साथ ही संक्रमित दर, मृत्यु दर, आदि की नियमित समीक्षा करें।
सभी कलेक्टर ‘कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग’ करने तथा ‘माइक्रो कंटेनमेंट जोन’ बनाने पर ध्यान दें। इसके साथ ही उन्होंने ‘नो मास्क नो एंट्री’ के नियम का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने तथा टीकाकरण अभियान तेज करने का निर्देश भी दिया।
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 53,480 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,21,49,335 हो गई। वहीं, संक्रमण से 354 और लोगों की मौत हो गई जो इस साल एक दिन में सर्वाधिक मृतक संख्या है। इसी के साथ देश में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 1,62,468 हो गई।
देश में 17 दिसंबर को इस महामारी से 355 लोगों की मौत हुई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अब भी 5,52,566 मरीज उपचाराधीन हैं जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.55 प्रतिशत है। स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 94.11 प्रतिशत रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक 1,14,34,301 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं, जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।