इन दिनों पद्मावती से जुड़े किरदारों की बजाय इस फिल्म के विवाद पर ज्यादा चर्चाएं हो रही हैं जो राजपूत संगठन की वजह से पैदा हुआ है, लेकिन यहां हम सिर्फ रणवीर सिंह के कैरेक्टर की बात करेंगे जिन्होंने अलाउद्दीन खिलजी की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। खबर है कि रणवीर अलाउद्दीन के किरदार में इस कदर घुस गए थे कि फिल्म की शूङ्क्षटग के बाद भी वह अलाउद्दीन के किरदार से बाहर नहीं निकल पा रहे थे।
फिल्म की यूनिट से जुड़े रहे सूत्र बताते हैं कि रणवीर असल जिंदगी में भी अलाउद्दीन की तरह खूंखार, आक्रामक, निर्दयी और खौफनाक हो गए थे। रणवीर, अलाउद्दीन की तरह ही निजी जीवन में बर्ताव करने लगे थे, जिसकी वजह से रणवीर-दीपिका के बीच खूब झगड़ा हुआ।
आखिरकार रणवीर को खुद का इलाज मनोरोग चिकित्सक से करवाना पड़ा। खबर है कि इस किरदार को करने से रणवीर का व्यवहार बिलकुल बदल गया था। वह अपने किरदार की तरह असल जिंदगी में निगेटिव होते जा रहे थे। शूटिंग के दौरान रणवीर मुंबई से दूर दहिसर में एक फ्लैट में शिफ्ट हो गए थे।