नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते चंद्र कुमार बोस ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से रविवार को मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि बोस और उनके परिवार के सदस्यों ने बोम्मई के आवास स्थित कार्यालय ‘कृष्ण’ में उनसे मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात के दौरान देश की आजादी के लिए सुभाष चंद्र बोस के संघर्षों एवं त्याग को याद किया। चंद्र कुमार बोस ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक के माननीय मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की। वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। नेताजी की 125वीं जयंती को यथोचित तरीके से मनाए जाने के प्रस्ताव पर बात हुई। जय हिंद।’’
Met Hon’ble Chief Minister of Karnataka-Shri @BSBommai ji. A great admirer of #NetajiSubhasChandraBose. Requested for a proposal to celebrate #Netaji’s #125thbirthanniversary in a befitting manner. Jai Hind! @CMofKarnataka @BJP4India @BJP4Karnataka pic.twitter.com/x41X5pHn20
— Chandra Kumar Bose (@Chandrakbose) August 15, 2021
रविवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि वह कावेरी नदी के पास मेकेदातु जलाशय, महादयी पेयजल परियोजना और ऊपरी कृष्णा परियोजना के तीसरे चरण समेत जल संबंधी सभी विवादों को सुलझाने के लिए राज्य प्रतिबद्ध है।
इससे पहले 13 अगस्त को चंद्र कुमार बोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ओपन लेटर लिखा था और मांग की थी कि वे लाल किले से अपने संबोधन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज की चर्चा करना ना भूलें। उन्होंने लिखा था कि 1857 से देश की आजादी के लिए कई लोगों ने अपनी जानें कुर्बान कीं, लेकिन ब्रिटिश साम्राज्यवाद पर अंतिम आक्रमण निश्चित रूप से आजाद हिंद फौज ने किया था।