महाराष्ट्र में तीन दलों की महा विकास आघाड़ी सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने कुछ ऐसा बयान दिया, जिससे महाराष्ट्र की सियासत में अफरा-तफरी मच गई। नाना पटोले ने सोमवार को दावा किया है कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में सहयोगी शिवसेना और राकांपा को लगता है कि उनकी पार्टी के बढ़ते प्रभाव के कारण उनके पैरों तले से जमीन खिसक रही है।
पटोले ने वीकेंड के दौरान मुंबई से लगभग 125 किलोमीटर दूर एक हिल स्टेशन लोनावला में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र में खुद को फिर से मजबूत कर रही है और इससे शिवसेना तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में बेचैनी है। पटोले ने अपने भाषण में शिवसेना और राकांपा का नाम लिए बिना उनका जिक्र किया।
कांग्रेस शिवेसना के नेतृत्व वाले तीन दलों के गठबंधन एमवीए की सरकार का हिस्सा है। उन्होंने यह संकेत देने की भी कोशिश की कि सरकार उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा, ”हर सुबह 9 बजे, राज्य में क्या हो रहा है, इस पर मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को खुफिया रिपोर्ट सौंपी जाती है।
उन्होंने कहा कांग्रेस खुद को पुनर्जीवित कर रही है और रिपोर्ट उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसका रही है। मैं यहां लोनावला में हूं और यह जानकारी उनके पास जाएगी। इस बीच, पटोले ने बाद में एक मराठी समाचार चैनल को बताया कि उनकी आवाजाही पर नजर रखने के उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है। उन्होंने कहा, मैंने कोई टिप्पणी नहीं की है कि राज्य सरकार मुझ पर नजर रख रही है। मेरे आरोप केंद्र के खिलाफ थे। मैं मुंबई लौटने पर स्पष्टीकरण दूंगा।