उप्र भाजपा सरकार अनुदेशकों के ऊपर अत्याचार किए जा रही है। 17,000 रुपए प्रतिमाह वेतनमान का वादा पूरा करना तो दूर अब उनके 8,470 रु मानदेय में से भी कटौती की जा रही है।
क्या उप्र सरकार के पास इस धोखेबाजी का कोई जवाब है? pic.twitter.com/YwJ97NpMoB
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 30, 2019
गौरतलब है कि प्रदेश में जूनियर स्कूलों में तैनात लगभग 30 हजार अनुदेशकों का मानदेय 8470 रूपये से घटा कर सात हजार रूपये प्रति माह करने के आदेश दिये हैं। इससे पहले कांग्रेस महासचिव ने राज्य की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरा था।
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पूरे उत्तर प्रदेश में अपराधी खुलेआम मनमानी करते घूम रहे हैं। एक के बाद एक अपराधिक घटनाएँ हो रही हैं। मगर उ.प्र. भाजपा सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रही।
क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने अपराधियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है? pic.twitter.com/khYP4eZam2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 29, 2019
उनके इस वक्तव्य पर हालांकि सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रियंका वाड्रा को उत्तर प्रदेश की चिंता छोड कर कांग्रेस में जान फूंकने की सलाह दी थी वहीं पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने भी कांग्रेस महासचिव की टिप्पणी को अर्नगल करार दिया था।