गुरुग्राम : भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिण हरियाणा के दो बड़े दिग्गज नेताओं को सोमवार को जोर झटका दे दिया है। टिकट वितरण में जहां बादशाहपुर से राव नरबीर को दरकिनार कर दिया, वहीं केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत की बेटी आरती राव को टिकट नहीं दिया गया, वहीं उनकी खासमखास मानी जाने वाली बिमला चौधरी का भी टिकट काट दिए जाने से दोनों नेताओं की राजनीतिक पटखनी दे दी है।
राव नरबीर के विधानसभा सीट बादशाहपुर से मनीष यादव को टिकट दिया है। पार्टी हाई कमान राव नरबीर का राव इंद्रजीत के गढ़ रेवाड़ी या कोसली से टिकट देकर नया पैंतरा खेल सकती है। यह क्षेत्र इंद्रजीत का गढ़ माना जाता है। वहीं सोहना से विधायक तेजपाल तंवर के टिकट कटने से गुर्जर समाज में भी रोष बन गया है।
तेजपाल तंवर उस समय से भाजपा के नेता हैं जब भाजपा का टिकट लेने वाला कोई नहीं होता था। वहीं संजय सिंह राजपूत समाज से हैं तो अब देखना यह है कि अब ऊंट किस करवट बैठता है।
भाजपा ने सबसे ज्यादा गुरुग्राम जिले की सीटें बदलीं
भाजपा की चुनाव समिति की बैठक रविवार देर तक दिल्ली में मोदी व शाह की अध्यक्षता में हुई थी। इस बैठक में ही फैसला लेकर सोमवार को 78 सीटों पर उ मीदवारों की घोषणा कर दी गई। लेकिन गुड़गांव की घोषित तीनों सीटों पर ही मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए, जबकि एक सीट गुड़गांव की घोषणा नहीं की गई, जो पहले से ही विधायक की टिकट काटने की चर्चाएं गर्म है, ऐसे में वर्ष 2014 में गुड़गांव की चारों सीटों पर भाजपा ने परचम लहराया था और उसके बावजूद तीन विधायकों को पुरानी सीटों से टिकट कटना चर्चा का विषय बन गया है।
पटौदी की विधायक बिमला चौधरी का टिकट कटना इस बार तय माना जा रहा था। क्योंकि राव इन्द्रजीत की समर्थक होने के कारण इस बार सीएम मनोहर लाल हर हाल में राव साहब को झटका देने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन राव नरबीर का टिकट काटकर मनीष यादव को देना यह इसलिए चर्चा का विषय बन गया क्योंकि राव नरबीर सबसे ताकतवर मंत्री रहे हैं।