भारत में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में लॉकडाउन जारी है, बावजूद इसके कोरोना से संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। इस बीच, शुक्रवार को तमिलनाडु में कोरोना के 56 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इन 56 नए मामलों के साथ राज्य में कोरोना से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,323 तक पहुंच गई है। यह जानकारी राज्य सरकार ने दी।
प्रदेश इस वक्त कोरोना के संकट से जूझ रहा है, मगर नेताओं की आपसी जुबानी जंग जारी है। बीते दिन राज्य के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी द्वारा कोरोना वायरस को अमीरो का रोग बताने वाले बयान पर अब सियासत तेज हो गई है। सीएम के इस बायन पर द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने मुख्यमंत्री के इस बायन की आलोचना की है उनसे इलाज, राहत एवं पुनर्वास के लिए कदम उठाने के अलावा उपकरणों की खरीद तथा त्वरित जांच जैसे कदम तेज करने की मांग की।
इस बीच मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने स्टालिन से जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य और चिकित्सा विशेषज्ञों के दिशानिर्देशों का पालन कर रही है। पलानीस्वामी ने सलेम में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम कोरोना वायरस के खिलाफ सख्ती से निपट रहे हैं। पूरी सरकारी मशीनरी इस संक्रमण के खिलाफ काम कर रही है। विपक्ष के नेता (स्टालिन) को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि यह समय गलतियां निकालने का नहीं बल्कि लोगों की जान बचाने का है।
बता दें, तमिलनाडु में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 1,323 तक पहुंच गई है जबिक कुल 15 लोगों की जान जा चुकी है साथ ही इस वायरस से 180 लोग ठीक भी हो चुके हैं। वहीं, देशभर में कोरोना वायरस की चपेट में अबतक कुल 13,835 लोग आ चुके हैं और 452 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही इस वायरस से अबतक कुल 1,767 लोग ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं।