राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने अपने भोपाल दौरे के दूसरे दिन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से आए हुए आरएसएस प्रचारकों से इन दोनों राज्यों में नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बारे में जानकारी ली। सूत्रों के मुताबिक आरएसएस प्रचारकों से प्रदर्शनों की जानकारी लेने के बाद वह इन राज्यों में सीएए को लेकर जारी विरोध को जल्दी दूर करने का उपाय करना चाहते हैं।
संघ के एक विचारक ने कहा कि आरएसएस प्रमुख ने सभी प्रचारकों को उनके समक्ष आने वाली और आ सकने वाली चुनातियों के बारे में बताया। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़, दोनों राज्यों में 15 सालों तक बीजेपी की सरकार थी। पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार के बाद पिछले 14 महीने से दोनों राज्यों में कांग्रेस सत्ता में है। अगले दो दिन भागवत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सहित आरएसएस से जुड़े विभिन्न संगठनों के साथ चर्चा करेंगे।
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चर्चा का यह कार्यक्रम शादरा विहार में होगा। आरएसएस की चार दिवसीय बैठक के गुरुवार शाम समापन से पहले वह आरएसएस के प्रचारकों और जुड़े हुए संगठनों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के लिए रोडमैप तैयार कर उन्हें बताएंगे, जिसका उन्हें पालन करना होगा।