रोहतक : प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने माना की जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान जो हिंसा हुई उसे रोकने के लिए सरकार ने जो करना था वह नहीं कर पाई। उन्होंने जाटो द्वारा फिर से आंदोलन शुरू करने को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि कानून को किसी भी कीमत पर हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अब जल्द ही यशपाल मलिक के खिलाफ भी कारवाई जाएगी। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर की यात्रा को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि वे प्रदेश में जनभ्रंाति यात्राएं कर रहे है।
प्रदेश के सरकारी स्कूल एजुसेट सिस्टम को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व सीएम हुड्डा ने अपने रिश्तेदारो को ठेका दे रखा था और वह कम्पनी 72 करोड रूपये लेकर फरार हो गई। कम्पनी पर कारवाई के सवाल पर शिक्षा मंत्री कोई भी जबाव नहीं दे पाए। इसके अलावा जाट आरक्षण हिंसा में पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की भूमिका के आरोप पर चुप्पी साध ली और कहा कि प्रदेश की जनता को पता है कि हिंसा किसने करवाई थी। शनिवार को शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा रोहतक पहुंचे और उन्होंने कांवड शिविर में जाकर कावडियों से मुलाकात की। बाद में तिलियार लेक पर पत्रकारो से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के कई दशकों के बाद देश में एक ऐसी सरकार आई है जिसने किसानों के कल्याण के लिए धरातल पर कार्य किया है।
शिक्षा मंत्री का कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर पलटवार
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने न केवल किसानों की फसलों के दाम बढ़ाये है बल्कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लागू करके किसानों को जोखिम मुक्त बना दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान जब किसान की सरसों की फसल मंडियों में आई थी तो तत्कालिन सरकार ने तेल का आयात बंद कर दिया था और किसानों को लाभ पहुंचाने का काम किया था। हरियाणा का जिक्र करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 में किसानों की फसलों के पहुंचे नुकसान की क्षतिपूर्ति करने के लिए रा’य सरकार ने अब तक का सर्वाधिक राशि का मुआवजा दिया था।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि भाजपा का चार वर्ष का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा रहा है और इन चार वर्षों में देश के चहुंमुखी विकास के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए योजनाओं को क्रियान्वित करके अभूतपूर्व कार्य किये है। भारतीय सैनिक का सिर काटने का बदला सर्जीकल स्ट्राईक के माध्यम से देश के जवानों ने लिया है और डोकलाम मुद्दे पर भी भारत को कामयाबी मिली है। साथ ही उन्होंने कहा कि सेना के मनोबल को देखते हुए सरकार ने जम्मू कश्मीर की मुफ्ती महबूबा की सरकार से तुंरत अपना समर्थन वापिस ले लिया और आंतवाद के खात्मे के लिए केन्द्र सरकार ने ठोस कदम उठाए है।
फिर से जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर पूछे गए सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी सूरत में स्थिति नहीं बिगडने देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में जो हिंसा हुई थी, प्रदेश की जनता को सब पता है कि किसने हिंसा करवाई थी और पूर्व मुख्यमंत्री के तो एक सलाहकार की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी, लेकिन शिक्षा मंत्री इस बात का जबाव नहीं दे पाए कि दो साल बीतने के बावजूद भी सरकार इस मामले में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तक पेश नहीं कर पाई है।
(मनमोहन कथूरिया)