चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार जिला गुरुग्राम में 1000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में एक ग्लोबल सिटी विकसित करने जा रही है। यह हरियाणा के डीएमआईसी सब-रीजन में एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करेगी और इसमें 15 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की क्षमता होगी। यह जानकारी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री विपुल गोयल ने यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि डीएमआईसी परियोजना पहल के रूप में, गुरुग्राम-मानेसर-बावल के बीच लगभग 82 किलोमीटर लम्बा मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डीएमआईसीडीसी) और एचएसआईआईडीसी के बीच संयुक्त उद्यम भागीदारी से क्रियान्वित किया जाएगा, जिस पर करीब 17,328 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इस परियोजना का वित्त पोषण जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा किया जाएगा और इसे जेआईसीए रोलिंग प्लान में शामिल किया गया है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सरकार 135 किलोमीटर लंबा केएमपी एक्सप्रेस-वे को विकसित कर रही हैं। ग्लोबल इकॉनोमिक कारिडोर इस परियोजना की और विशेषता है जो एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ 50 अरब अमरिकी डॉलर के अनुमानित निवेश से विकसित किया जाना प्रस्तावित है। इसका 52.33 किलोमीटर लम्बा मानेसर-पलवल खंड पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की मांग को ध्यान में रखते हुए खेडक़ीदौला टोल को भी आगे शिफ्ट किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हिसार में 3500 एकड़ से अधिक क्षेत्र में एक एविएशन-हब विकसित करने का प्रस्ताव है जिसमें घरेलू हवाई अड्डा, एमआरओ/एफबीओ सुविधाएं, 4000 फीट स्ट्रीप को 9000 फीट करना, ट्रेनिंग एवं सिमुलेशन सेंटर, एयरोस्पेस यूनिवर्सिटी तथा एयरोस्पेस /डिफेंस मेन्यूफेक्चरिंग पार्क शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एचएमटी लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत 446 एकड़ भूमि एचएसआईआईडीसी को हस्तांतरित की गई है और एचएसआईआईडीसी इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए इस भूमि पर औद्योगिक सम्पदा का निर्माण करेगा।
(आहूजा)