चंडीगढ : भाखडा-ब्यास प्रबन्ध बोर्ड ने राजस्थान, पंजाब और हरियाणा को अभी पानी का इस्तेमाल किफायत से करने की सलाह दी है। प्रबन्ध बोर्ड ने इसका कारण यह बताया है कि इस साल भाखडा और पोंग बाधों में जलस्तर पिछले साल से कम है। तीनों राज्यों को छोडे जाने पानी की मात्रा पर विचार करने के लिए आयोजित बोर्ड की तकनीकी कमेटी की बैठक में बांधों की ओर पानी का बहाव कम होने के कारण इसका इस्तेमाल किफायत से करने पर जोर दिया गया। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों राज्यों को बताया गया है कि इस बार बांधों का जल स्तर पिछले साल से कम है और इसके मद्देनजर पानी किफायत से इस्तेमाल किया जाए।
सतलुज नदी पर बने भाखडा बांध का जलस्तर पिछली 9 मई को 1523 फीट मापा गया है और यह पिछले साल की इसी तिथि को मापे गए जलस्तर से दस फीट कम है। ब्यास नदी पर बने पोंग बांध का जलस्तर 9 मई को पिछले साल इसी तिथि को मापे गए जलस्तर से 8 फीट कम मापा गया। पोंग बांध का जलस्तर 9मई को 1291 फीट रहा। अधिकारियों ने बताया कि अपर हिमालय में तापमान कम होने के कारण बर्फ कम पिघल रही है और इस कारण बांधों की ओर पानी का बहाव 20 से 30 फीसदी तक कम है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में गिरावट आई है। इससे पानी का बहाव भी घटा है। तीनों राज्यों ने 23,500 क्यूसिक्स पानी की मांग की है। स्थिति की समीक्षा के लिए अगली बैठक 18मई को तय की गई है। भाखडा बांध की कुल भराव क्षमता 1680 फीट है और पांग बांध की भराव क्षमता 1390 फीट है।
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(राजेश जैन)