वाशिंगटन : अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने निरंतर आर्थिक प्रसार की उम्मीदों को लेकर ब्याज दर में धीरे-धीरे वृद्धि करने की बात दोहराई है। एक रपट में पॉवे के उस बयान का जिक्र किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक अर्थव्यवस्था मौजूदा तरक्की के मार्ग पर अग्रसर रहेगी, तबतक फेडरल फंड रेट में धीरे-धीरे बढ़ोतरी से आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संभावना की ओर संकेत किया और कहा कि रोजगार बाजार अधिकतम रोजगार के सन्निकट है और फेड के अधिकारियों ने भरोसा जताया है कि महंगाई दर दो फीसदी तक बढ़ेगी। अमेरिकी श्रम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में अमेरिका में बेरोजगारी दर 4.1 फीसदी रही, जोकि फेड के अधिकारियों द्वारा लंबी अवधि में बेरोजगारी दर रहने के अनुमान से कम है। व्यक्तिगत उपभोग व्यय (पीसीई) से संबंधित मूल्य सूचकांक में फरवरी में वृद्धि दर्ज की गई और यह जनवरी के 1.7 फीसदी के मुकाबले 1.8 फीसदी हो गया।
वहीं, पॉवेल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ट्रंप प्रशासन के प्रस्तावित आयात शुल्क का महंगाई और आर्थिक संभावना पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करना मुश्किल है, क्योंकि अमेरिकी प्रशासन ने आयात बढ़ाने की जो चेतावनी दी है उस पर वास्तव में अमल किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि कारोबारियों में आयात शुल्क को लेकर चिंता है। फेड रिजर्व की ओर से 2015 से लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा रही है। दिसंबर 2015 से अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने छह बार ब्याज दर में बढ़ोतरी की है और इस साल आगे दो बार ब्याज दर बढ़ाने का संकेत दिया है।
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