सिरसा: जैसे-जैसे 25 अगस्त का दिन नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे प्रशासन और पुलिस और तेजी से शांति बनाए रखने के उदेश्य से काम करती हुई नजर आ रही है। जहां एक ओर से डेरामुखी पर आने वाले निर्णय को लेकर लोगों की धड़कने तेज है वही प्रशासन और सरकार लोगों को माहौल खराब ना होने देने का आश्वासन दे रही है। सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को लेकर आगामी 25 अगस्त को पंचकूला की सीबीआई अदालत ने अपना निर्णय सुनाना है और उसी के मदेनजर सिरसा और पंचकूला समेत हरियाणा भर में जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौंबद करने के उदेश्य से पुलिस और प्रशासन दोनो ही उच्च स्तर पर लगे हुए है।
सिरसा में शनिवार को हरियाणा के डीजीपी बीएस संधु के आने के बाद से ही सिरसा पुलिस व प्रशासन दोनों ही मामले की गंभीरता को देखते हुए बैठकों का आयोजन कर शांति बनाए रखने की अपील कर रही है। इस मामले को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर दिखाई दे रही है, जिसका ताजा उदाहरण ये भी है कि 2007 में सिरसा के उपायुक्त रहे वी.उमाशंकर व आईजी अमिताभ ढिल्लों को सिरसा भेजा गया है और सिरसा के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक दोनों को ही बदला गया है।
वी.उमाशंकर इस समय गुडग़ांव में कार्यरत है और 2007 में हुए डेरा सिख विवाद के समय सिरसा में बतौर उपायुक्त रहते हुए डेरा सच्चा सौदा के हर मामले को नजदीक से देख चुके है। वी.उमाशंकर की सिरसा में नियुक्ति से सिरसा के आम लोगों को भी थोड़ा सा भरोसा मिला है क्योकि वी.उमाशंकर ने 2007 में सिरसा में अमन-शांति को खराब नही होने दिया था और हर स्थिति से निपटने के लिए वे खुद सामने खड़े हुए दिखाई देते थे। इसी मामले का असर है कि सिरसा में अतिरिक्त पुलिस बल के अलावा बड़े प्रशासनिक अधिकारियों की भी डयूटियां सिरसा में लगाई गई है। सरकार द्वारा सिरसा के एसडीएम को बदला गया है और अतिरिक्त 6 डीएसपी की नियुक्ति सिरसा में की गई है। मंगलवार को सिरसा में पुलिस द्वारा जगह-जगह नाकेबंदी करके सिरसा में आने वाले वाहनों की गहनता से चेकिंग की गई।
(दीपक शर्मा)